हरियाणा के राज्यपाल ने पशुओं को लेकर दिया बड़ा मैसेज, जानें क्या कहा बंडारू दत्तात्रेय ने

 
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हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने कहा है कि पशुओं के साथ कदापि हिंसात्मक व्यवहार नहीं करना चाहिए। पशुओं के साथ सदैव प्रेमवत रवैया अपनाएं, उनमें भी इंसान की तरह मानवीय संवेदनाएं होती हैं। राज्यपाल आज चरखी दादरी में पशुपालन विभाग द्वारा आयोजित 39 वीं राज्यस्तरीय पशुधन प्रदर्शनी समारोह को मुख्य अतिथि के तौर पर संबोधित कर रहे थे।

राज्यपाल ने प्रदर्शन में गौ माता को गुड़ खिलाकर उसका सम्मान किया और ऊंट, घोड़े, बकरी, मेंढे आदि के करतब देखे। राज्यपाल ने इस बात पर हर्ष व्यक्त किया हरियाणा प्रदेश में उत्तम व उन्नत किस्म का पशुधन है, जो कि इस प्रदेश की समृद्धि का बड़ा कारक बन सकता है। उन्होंने समारोह में कहा कि पशुपालकों के अथक परिश्रम की बदौलत हरियाणा का वार्षिक दुग्ध उत्पादन 116 करोड़ 29 लाख टन पर पहुंच गया है। प्रति व्यक्ति एक हजार तिरासी ग्राम दुग्ध उपलब्धता के साथ देश में पंजाब के बाद हरियाणा दूसरे स्थान पर है। राष्ट्रीय प्रति व्यक्ति प्रति दिन दुग्ध उपलब्धता 427 ग्राम की है।

बंडारू दत्तात्रेय ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल और कृषि एवं पशुपालन मंत्री जेपी दलाल किसानों और आम पशुपालकों की भलाई के लिए निरंतर प्रयासरत हैं। राज्यपाल ने कहा कि राज्य के पशुपालकों को सामाजिक-आर्थिक सुरक्षा प्रदान करने के लिए पंडित दीनदयाल उपाध्याय सामूहिक पशुधन बीमा योजना पिछले चार वर्षों से क्रियान्वित है जिसके तहत आठ करोड़ 19 लाख पशुओं का बीमा किया गया है। 

राज्य के पशुपालकों को बैंकों द्वारा उनकी कार्यशील पूंजी को पूरा करने के लिए पशुधन किसान क्रेडिट कार्ड (पी.के.सी.सी.) प्रदान किए जा रहे हैं। अब तक एक करोड़ तैंतालीस लाख पशुधन किसान क्रेडिट कार्ड बैंकों द्वारा स्वीकृत किए गए हैं और राज्य के पशुपालकों को एक हजार करोड़ से अधिक की राशि वितरित की जा चुकी है। उन्होंने कहा कि पशुपालन की लोकप्रियता इसी से साबित होती है कि राज्य में मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान योजना के अन्तर्गत पशुपालन एवं डेयरी विभाग को सबसे अधिक आवेदन पत्र प्राप्त हुए हैं। 

इस योजना के अंतर्गत अब तक 22 हजार 482 पशु डेयरी यूनिट स्थापित की जा चुकी हैं जिनमें से 10 हजार 592 लाभार्थियों को सब्सिडी के रूप में वित्तीय सहायता प्रदान की जा चुकी है। पशुपालकों को उनके घर-द्वार पर पशुचिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए राज्य में मोबाइल एंबुलेंस वैन की शुरूआत की जा रही है। कृषि एवं पशुपालन मंत्री जेपी दलाल ने कहा कि दुग्ध व्यवसाय को प्रोत्साहन देने के लिए हरियाणा में वीटा दूध के पांच हजार बूथ और स्थापित किए जाएंगे। दक्षिण हरियाणा में भेड़-बकरी पालन जैसा व्यवसाय भी आर्थिक रूप से कमजोर व्यक्ति की आय को बढ़ाने में पूरी तरह सक्षम है।

हरियाणा सरकार डेयरी उद्योग को बढावा देने के लिए 50 लाख रूपए तक का अनुदान दे रही है। कोई भी व्यक्ति डेयरी उद्योग के लिए लोन लेना चाहता है तो वह सीधे तौर पर उनसे मिल सकता है। दलाल ने कहा कि उसको ऋण और अनुदान दिलवाने की जिम्मेदारी उनकी रहेगी। उन्होंने कहा कि जिसके घर में मुर्राह भैंस है, वहां गरीबी कभी आ ही नहीं सकती। उन्होंने पशुपालन की योजनाओं के लिए मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल की भरपूर प्रशंसा करते हुए कि मुख्यमंत्री खुले दिल से कृषि और पशुपालन उद्योग को बजट आवंटित कर रहे हैं।

सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री ओमप्रकाश यादव ने कहा कि पशुओं की नस्ल सुधार में यह राज्यस्तरीय मेला महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। इस मेले में जो बढिया किस्म की गाय-भैंस आई हुई हैं, उनको देखकर दूसरे लोगों के मन में भी यह ख्याल आएगा कि ऐसी भैंस उसके पास भी होनी चाहिए। सरकार बहुत कम शुल्क लेकर उन्नत किस्म के शुक्राणुओं से कृत्रिम गर्भाधान का कार्य करवा रही है। पशुधन के मामले में हरियाणा राज्य दूसरी स्टेट से कहीं आगे हैं।