Haryana Girl Make History: हरियाणा में एक ऑटो चालक की बेटी, बन गई सेना में अफसर

बेटी की सफलता पर पिता की आंखों में खुशी के आंसू छलक पड़े। अपनी सफलता पर उत्साहित जिया ने बताया कि 12वीं कक्षा के दौरान ही उन्होंने एनडीए में जाने का सपना देखा था।
चार से पांच महीने की कड़ी मेहनत और कोचिंग के बल पर उन्होंने लिखित परीक्षा पास की और फिर सभी SSB क्वालीफाई कर यह उपलब्धि हासिल की। जिया का कहना है कि उनके परिवार के सहयोग और पिता की मेहनत के कारण ही यह संभव हो पाया।
जिया की बहन पारुल ने बताया कि जिया दिन-रात पढ़ाई में जुटी रहती थी और उसकी सफलता पूरे परिवार के लिए प्रेरणादायक है। पारुल का सपना है कि वह चार्टर्ड अकाउंटेंट बनकर अपने परिवार का नाम रोशन करें।
जिया के दादा और गांव के पूर्व सरपंच होशियार सिंह ने बताया कि उन्होंने गांव के ही सरकारी स्कूल से अपनी स्कूली शिक्षा पूरी की, जिसके बाद 6 महीने तक गुरुग्राम में कोचिंग ली।
पूर्व सरपंच होशियार सिंह ने कहा कि यदि बेटियों को भी बेटों की तरह समान अवसर दिए जाएं, तो वे भी परिवार, गांव और देश का नाम रोशन कर सकती हैं। जिया की सफलता से न केवल उनका परिवार, बल्कि पूरा गांव गर्व महसूस कर रहा है।