Haryana Election: हरियाणा कांग्रेस में घमासान से पहले हाईकमान गंभीर, प्रदेश के दिग्गज नेताओं को सौंपी ये जिम्मेदारी
Haryana Election: हरियाणा विधानसभा चुनाव में टिकट बंटवारे के बाद कांग्रेस में होने वाले विवाद से पहले ही हाईकमान गंभीर हो गया है। अभी से पार्टी ने डैमेज कंट्रोल शुरु कर दिया है। हाईकमान ने प्रदेश के दिग्गज नेताओं से वन टू वन बैठक शुरु कर दी है। हाईकमान उनसे संभावित उम्मीदवारों को लेकर फीडबैक ले रही है।
अलग-अलग क्षेत्रों में टिकट चयन को लेकर उन क्षेत्रों के बड़े नेताओं की राय को तवज्जो दी जा रही है। साथ ही टिकट मिलने के बाद नाराज होने वाले दूसरे दावेदारों को मनाने की जिम्मेदारी भी उन दिग्गज नेताओं को ही दी गई हैं ताकि वे न तो दूसरे दलों में न जा सकें और न ही आजाद खड़े हों।
हरियाणा की 90 विधानसभा सीटों पर कांग्रेस के 2556 नेताओं ने टिकट के लिए आवेदन किया हुआ है। एक-एक सीट पर औसतन 28-28 दावेदार हैं। कई सीटों पर तो इनकी संख्या 40 से भी अधिक है। हाईकमान के आदेश पर हरियाणा प्रभारी दीपक बाबरिया और प्रदेशाध्यक्ष उदयभान ने छंटनी करके सभी हलकों के पैनल तैयार कर लिए हैं।
चूंकि टिकट एक नेता को ही मिलनी है और दूसरे नेता इसको लेकर नाराजगी भी जताएंगे और कुछ बागी भी हो सकते हैं, इसलिए सूची जारी करने से पहले स्क्रीनिंग कमेटी के अध्यक्ष अजय माकन प्रदेश के सभी वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठकें कर रहे हैं।
पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा व प्रदेशाध्यक्ष उदयभान के साथ पहले ही बैठक हो चुकी है। मंगलवार को दिल्ली में माकन ने कुमारी सैलजा और रणदीप सुरजेवाला से अलग-अलग बैठक की। इस दौरान दोनों से उनके जिलों में टिकटों के लिए दावा करने वाले नेताओं के बारे में फीडबैक लिया गया।
संभावित प्रत्याशियों को लेकर उनकी राय भी ली गई। सुरजेवाला का कैथल, करनाल, कुरुक्षेत्र और जींद जबकि कुमारी सैलजा का हिसार, सिरसा और अंबाला में प्रभाव है।
कांग्रेस हाईकमान टिकटों से पहले एक-एक करके बड़े नेताओं के साथ मंथन कर रहा है। एक दिन पहले ही माकन ने कांग्रेस के पांचों सांसदों और लोकसभा चुनाव में उतरे पांचों प्रत्याशियों से भी बैठक की थी।