हरियाणा में कांग्रेस सांसद के बिगड़े बोल: कहा- किरण चौधरी बंसीलाल की वारिस नहीं, विरासत पुरुष से चलती...
हरियाणा में हिसार लोकसभा सीट से सांसद बने जयप्रकाश उर्फ जेपी उचाना में कार्यकर्ता सम्मेलन में पहुंचे। इस दौरान जयप्रकाश ने किरण चौधरी के बारे में कुछ ऐसी बात कह दी जिसे सुनकर हर कोई हैरान है।
उन्होंने कहा कि किरण चौधरी बंसीलाल की विरासत नहीं है। विरासत हमेशा पुरुष के माध्यम से चलती है महिला से नहीं। रणबीर महेंद्रा और अनिरुद्ध बंसीलाल के वारिस है, महिलाएं वारिस नहीं है।
जेपी ने यह भी कहा कि किरण चौधरी समेत प्रदेश में कई नेता भाजपा को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से मदद कर रहे हैं, अगर वह पहले ही कांग्रेस छोड़कर चले जाते और इस तरह से विश्वासघात नहीं करते तो कांग्रेस और अधिक सीटें जीत सकती थी। कांग्रेस में रहते हुए कुछ नेताओं ने उन्हें हराने की कोशिश की।
बता दें कि किरण चौधरी ने 2 दिन पहले ही कांग्रेस छोड़कर BJP जॉइन कर ली। इसके बाद उन्होंने खुद को पूर्व CM बंसीलाल का वारिस बताते हुए उनके विजन को आगे बढ़ाने की बात की थी। किरण चौधरी उनकी बेटी श्रुति चौधरी को टिकट न मिलने से नाराज थी। हालांकि इस्तीफे में उन्होंने भूपेंद्र हुड्डा को घेरते हुए कहा था कि हरियाणा में कांग्रेस व्यक्ति सेंट्रिक हो गई है। अगर कोई उनके बराबर आता है तो उसे खत्म कर दिया जाता है।
कांग्रेस कार्यकर्ताओं की उमड़ी भीड़
जयप्रकाश उचाना की प्रभुदयाल धर्मशाला में अपनी जीत के बाद धन्यवादी दौरे करते हुए पहुंचे थे। यहां भारी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ताओं की भीड़ उमड़ी। जेपी ने कहा कि नीट, नेट और ग्रुप डी में तो गड़बड़ है ही, भाजपा में भी गड़बड़ है।
जेपी ने कहा कि लोकसभा चुनावों में उचाना में बड़ा गलत प्रयास किया गया और इस गलत प्रयास को लोगों ने सही मायनों में बदल दिया। कुछ दिन पहले भाजपा को छोड़कर कांग्रेस में आए लोग रात को भाजपा का झंडा उठाए मिले थे। जो अभी-अभी भाजपा से आए, उन्होंने पार्टी को नुकसान करने में कोई कसर नहीं छोड़ी।
चौधरी बीरेंद्र सिंह व उनके पूर्व सांसद बेटे बृजेंद्र सिंह। बृजेंद्र सिंह हिसार से BJP सांसद थे लेकिन लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस में चले गए। हालांकि उन्हें कांग्रेस ने टिकट नहीं दी। वहीं उचाना विधानसभा को चौधरी बीरेंद्र सिंह का गढ़ माना जाता है। वहां वे बेटे को विधानसभा टिकट की दावेदारी कर रहे हैं।
चौधरी बीरेंद्र सिंह व उनके पूर्व सांसद बेटे बृजेंद्र सिंह। बृजेंद्र सिंह हिसार से BJP सांसद थे लेकिन लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस में चले गए। हालांकि उन्हें कांग्रेस ने टिकट नहीं दी। वहीं उचाना विधानसभा को चौधरी बीरेंद्र सिंह का गढ़ माना जाता है। वहां वे बेटे को विधानसभा टिकट की दावेदारी कर रहे हैं।
उचाना में टिकट सर्वे के आधार पर मिलेगी
उन्हें उचाना क्षेत्र के किसी चौधरी के नाम से नहीं, भूपेंद्र और दीपेंद्र हुड्डा के नाम से वोट मिले हैं। जनता ने उनका चुनाव लड़ा है, कुछ लोगों ने तो भीतरघात करने का काम किया। प्रत्यक्ष रूप से बीरेंद्र सिंह का नाम लेकर पूछे सवाल पर जेपी ने कहा कि अब वो बुजुर्ग हो गए हैं और बुजुर्गों को सम्मान करना चाहिए। उचाना विधानसभा में टिकट सर्वे के आधार पर मिलेगी, जिसका नाम सर्वे में आएगा, वो ही टिकट का हकदार होगा।