Haryana News: हरियाणा कैबिनेट की बैठक आज, CM सैनी की अध्यक्षता में आबकारी नीति को मिलेगी मंजूरी

हरियाणा में लोकसभा चुनाव की तैयारियां जोरो शोरों से चल रही है। लोकसभा चुनाव के बीच आज मुख्यमंत्री नायब सैनी कैबिनेट की बैठक करेंगे।
 
हरियाणा कैबिनेट की बैठक आज, CM सैनी की अध्यक्षता में आबकारी नीति को मिलेगी मंजूरी
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Haryana News: हरियाणा में लोकसभा चुनाव की तैयारियां जोरो शोरों से चल रही है। लोकसभा चुनाव के बीच आज मुख्यमंत्री नायब सैनी कैबिनेट की बैठक करेंगे। इस बैठक में आबकारी एवं कराधान विभाग की एक्साइज पॉलिसी पर मुहर लगेगी। कोविड-19 के बाद से हरियाणा की एक्साइज पॉलिसी 31 मार्च के बाद लाने की प्रथा चली है। माना जा रहा है कि कैबिनेट बैठक में सीएम सैनी को यह पूर्ण अधिकार दिए जा सकते हैं कि वह हरियाणा विधानसभा में विश्वास मत साबित करने के लिए तारीख निर्धारित करें।

फिलहाल लोकतंत्र के सबसे बड़े महापर्व लोकसभा चुनाव को लेकर प्रदेश सहित पूरे देश मे आदर्श आचार चुनाव संहिता लागू है, जो कि आगामी 4 जून को मतगणना के बाद हटेगी।

CM की टीम ने की है फ्लोर टेस्ट की प्लानिंग

विपक्ष लगातार मांग कर रहा है कि हरियाणा सरकार विश्वास मत हो चुकी है जो कि अब अल्पमत में है ! सूत्रों का कहना है कि विपक्ष की बातों का करारा जवाब देने के लिए हरियाणा के मुख्यमंत्री तथा उनकी टीम ने एक रणनीति तैयार की है, जिसके बाद से हरियाणा सरकार विश्वास मत खुद विधानसभा के अंदर लाना चाहती है। इसके पूर्व अधिकार 15 मई को होने वाली कैबिनेट मीटिंग के अंदर दिए जाने की चर्चा है।

ये है हरियाणा सरकार की प्लानिंग

हरियाणा के अंदर वर्तमान में 88 विधायक हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जेजीपी के 3 विधायक जल्द ही पार्टी को अलविदा सकते हैं! ऐसा होने से हरियाणा के अंदर विधायकों की संख्या 85 रह जाएगी। जेजेपी के 2 विधायक रामकरण काला तथा ईश्वर सिंह दोनों कांग्रेस की तरफ अपना कदम बढ़ा चुके हैं ! यही नहीं उनके पारिवारिक सदस्य विधिवत रूप से कांग्रेस जॉइन कर चुके हैं। ऐसी स्थिति मे वे विधायक सदन पटल पर किसी भी स्थिति में जेजेपी के साथ खड़े नजर नहीं आएंगे।

विश्वास मत की डेट पर होगा फैसला

इन राजनीतिक परिस्थितियों के अंदर यह दोनों अनुपस्थित भी रह सकते हैं। ऐसी स्थिति मे भाजपा अपना राजनीतिक गणित पूरा कर सकती है ! राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार भाजपा के हरियाणा विधानसभा के भीतर विश्वास मत प्राप्त करने की तिथि तय कर आगामी रणनीति का खुलासा करेगी। लेकिन यह सब कुछ मुख्यमंत्री हरियाणा पर छोड़ा जाएगा।