Haryana BJP : हरियाणा के जींद में कल बीजेपी की जन आशीर्वाद रैली, कई MLA बीजेपी में हो सकते हैं शामिल

हरियाणा के जींद में कल एक सिंतबर को बीजेपी की जन आशीर्वाद रैली होगी। 
 
 हरियाणा के जींद में कल बीजेपी की जन आशीर्वाद रैली, कई MLA बीजेपी में हो सकते हैं शामिल
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Haryana BJP : हरियाणा के जींद में कल एक सिंतबर को बीजेपी की जन आशीर्वाद रैली होगी। माना जा रहा है कि इसमें जजपा छोड़कर आए विधायक भाजपा ज्वाइन कर सकते हैं। इस रैली में पहले केंद्रीय मंत्री अमित शाह के आने की चर्चाएं थी लेकिन अब उनका दौरा कैंसिल हो गया है।

संजय भाटिया आज जींद में पत्रकारों के साथ बातचीत कर रहे थे। इस अवसर पर उनके साथ जींद के विधायक डॉ कृष्ण मिड्ढा, पार्टी के वरिष्ठ नेता जवाहर सैनी, जिला प्रभारी डॉ मदन लाल, भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश मीडिया सहप्रभारी अशोक छाबड़ा, भाजपा के जिला अध्यक्ष तेजेंद्र ढूल, अमरपाल राणा, भाजपा के जिला मंत्री डॉ राज सैनी, जींद नगर परिषद के पूर्व अध्यक्ष सुनील कुमार, भाजपा के जिला मीडिया प्रभारी मनीष गोयल मुख्य रूप से मौजूद थे।

नायब सैनी और मोहनलाल बडोली की जींद रैली 

संजय भाटिया ने रैली का न्यौता देते हुए कहा कि एक सितंबर को हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष मोहनलाल बडोली जींद में जन आशीर्वाद रैली को संबोधित करेंगे। उन्होंने कहा कि इस रैली में कुछ और नेताओं के भी आने की संभावना है तथा इस रैली में कई पूर्व विधायक और वरिष्ठ नेता भाजपा में शामिल होंगे। 

भाजपा तीसरी बार आनी क्यों जरूरी 

भारतीय जनता पार्टी के पूर्व सांसद संजय भाटिया ने कहा कि हरियाणा में भाजपा सरकार आना इसलिए जरूरी है ताकि युवाओं में ये विश्वास क़ायम रहे कि मिशन मेरिट जारी रहेगा। उन्हें सरकारी नौकरी हासिल करने के लिए पढ़ने की बजाय बापू के किल्ले या मां के गहने न बेचने पड़े। कोई भी काम करवाने के लिए चिट्टे-कुर्ते वालों की परिक्रमा न करनी पड़े। 

ऑनलाइन ट्रांसफर की जगह शिक्षकों और कर्मचारियों को हर महीने सचिवालय के चक्कर न काटने पड़ें। 

संजय भाटिया ने कहा कि हरियाणा में भाजपा सरकार इसलिए जरूरी है ताकि बुजुर्गों की पेंशन सीधे खाते में आती रहे किसी के चक्कर न काटने पड़ें। 

दलितों पर अत्याचार दोबारा शुरू न हो। मिर्चपुर और गोहाना जैसे कांड न हों। 

गरीबों को को आसानी से राशन मिले डिपो किसी की परिक्रमा न करनी पड़े। 

किसानों को दो रुपए के चेक की जगह फसलों का पूरा मुआबजा मिलता रहे। 

पिछड़ों को आरक्षण नीति के मुताबिक नौकरियों में लाभ मिलता रहे। 

नॉट फाउंड सूटेबल कैंडिडेट बताकर उनकी नौकरियां न लूटी जाएं। 

हरियाणा के सभी 22 जिलों का समान विकास होता रहे। 

किसानों की जमीन दामाद जी और  उनके गैंग की टेढ़ी नजर से बची रहे।