हरियाणा ACB की DFSC विभाग पर बड़ी कार्रवाई, 2 अधिकारी और सेवादार को रिश्वत लेते रंगे हाथों किया गिरफ्तार
हरियाणा के करनाल में एंटी करप्शन ब्यूरो के हाथ बड़ी सफलता लगी है। एसीबी ने रिश्वत मामले में खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के सहायक खादय् एवं आपू्र्ति अधिकारी , निरीक्षक और एक सेवादार को गिरफ्तार किया है।
तीनों आरोपियों को आज कोर्ट में पेश किया जाएगा। जहां पर उन्हें रिमांड या न्यायिक हिरासत में भेजने को लेकर फैसला होगा। एसीबी ने वीरवार रात तीनों आरोपियों का मेडिकल कराया।
एसीबी की डिपो होल्डर ने शिकायत दी थी कि खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के अधिकारी डिपो होल्डर से कमीशन के लिए उगाही कर रहे हैं। डिपो होल्डर ने आरोप लगाया कि खंड कुंजपुरा के इंस्पेक्टर नीरज वधवा और सहायक खाद्य अधिकारी राजेंद्र सिंह, सेवादार रामचंद्र के जरुए रिश्वत के पैसे इकट्ठा करते थे।
कमीशन के साथ मांगी जाती थी अतिरिक्त रिश्वत
शिकायतकर्ता ने बताया कि खंड कुंजपुरा में 31 डिपो होल्डरों को सरकार 200 रुपये कमीशन प्रति क्विंटल देती है लेकिन निरीक्षक नीरज वधवा 3 से 5 फीसदी कमीशन और अतिरिक्त 20 रुपये प्रति क्विंटल रिश्वत मांगते थे। यह राशि सेवादार रांमचंद्र के माध्यम से वसूली जाती थी जो अधिकारियों को सौंप देता था।
रंगे हाथ पकड़ा गया सेवादार, 67 हजार रुपये बरामद
एसीबी की टीम ने कुंजपुरा दफ्तर में शिकायतकर्ता की पत्नी और भाई से 15 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रामचंद्र को रंगहाथों पकड़ा है। एसीबी ने 67 हजार रुपये रामचंद्र के पास के बरामद किए जो अन्य डिपो होल्डरों से वसूले थे।
शिकायतकर्ता ने बताया कि सरकार सभी डिपो होल्डरों के लिए 23,29,178 रुपये राशन वितरण कमीशन के रूप में जारी किए थे। निरीक्षक नीरज वधवा ने इस राशि का भी एक हिस्सा बतौर रिश्वत मांगा।
रिकॉर्डिंग और गवाहों के आधार पर हुई कार्रवाई
एसीबी को शिकायतकर्ता ने अधिकारियों की बताचीत कि रिकॉर्डिंग सौंपी, जिसमें रिश्वतखोरी की पुष्टि हुई। एसीबी ने गवाहों की मौजूदगी में कार्रवाई की। इस दौरान सभी जरूरी सबूत जब्त कर लिए गए। एसीबी ने मामले में सहायक खाद्य अधिकारी राजेंद्र सिंह और अन्य कर्मचारियों की भूमिका की भी जांच शुरू कर दी है।