Haryana: हरियाणा के 2 जिले बाढ़ की चपेट में, पहाड़ों में बारिश के कारण बढ़ा नदियों का जलस्तर
Haryana: पहाड़ों में हुई बारिश के कारण हरियाणा में नदियों का जलस्तर बढ़ गया है। नदियों का जलस्तर बढ़ने से यमुनानगर और अंबाला बाढ़ की चपेट में आ गए। यमुनानगर के छिछरौली के 27 व बिलासपुर के 30 से ज्यादा गांव में कई हजार एकड़ फसल बर्बाद हो गई। इन गांवो में 3 से 4 फीट तक पानी भर गया।
पथराला व सोमनदी के उफान पर आने के बाद इन जगहों पर बाढ़ की स्थिति बन गई। साढ़ौर के नजदीक से गुजर रही नकटी नदी के ओवरफ्लो हो जाने से कस्बे में बाढ़ की स्थिति बनी है। जलस्तर बढ़ने से पानी लोगों के घरों में घुस गया। इससे सारा सामान खराब हो गया। वहीं, अंबाला कैंट व शहर में भी बाढ़ का खतरा है।
अंबाला में एक दिन में सर्वाधिक 165.8 एमएम बारिश रिकार्ड की गई। इससे बाजारों में तीन फीट तक पानी भरा। इनके अलावा करनाल में पिछले चौबीस घंटे में 59.4 एमएम बारिश दर्ज की गई। कुरुक्षेत्र में 32, कैथल में 20, पानीपत में 20, यमुनानगर में 16 व हिसार में 6.5 एमएम बारिश रिकार्ड की गई।
इनके अलावा फतेहाबाद शहर, दादरी व भिवानी में भी बादल बरसे। हालांकि 10 से अधिक जिले पूरी तरह सूखे रहे। प्रदेश में अगस्त में अब तक 84 एमएम बारिश दर्ज की गई है, जो सामान्य से 45 प्रतिशत ज्यादा है। एक जून से अब तक प्रदेश में 201.3 एमएम बारिश हुई है, जबकि सामान्य बारिश का आंकड़ा 263.9 एमएम है।
अगले 4-5 दिन मानसून रहेगा सक्रिय
मौसम विशेषज्ञ डॉ. चंद्रमोहन ने बताया कि हरियाणा व दिल्ली के दक्षिण में उत्तर-पूर्व राजस्थान के ऊपर एक कम दबाव का क्षेत्र सक्रिय है। पंजाब पर भी एक कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है, जिसकी वजह मानसून टर्फ अपनी सामान्य स्थिति के आसपास बनी हुईं है। इन सभी के असर से चार से पांच दिन मानसून की सक्रियता बनी रहेगी।
प्रदेश में इस माह में अभी तक हुई 84 एमएम बारिश, सामान्य से 45 प्रतिशत ज्यादा
इस माह में हरियाणा, एनसीआर व दिल्ली पर लगातार मानसून मेहरबान बना हुआ है। इस माह में अभी तक प्रदेश में 84 एमएम बारिश दर्ज की गई है, जो सामान्य से 45 प्रतिशत ज्यादा है। मौसम विशेषज्ञ की मानें तो अभी अगले 4-5 दिनों तक प्रदेश में मानसून सक्रिय रहेगा।
अभी तक बारिश के हालात
प्रदेश में 1 अगस्त से 11 अगस्त तक 84 एमएम पानी बरसा है, जबकि सामान्य बारिश का आंकड़ा 58.1 एमएम है। वहीं एक जून से अब तक प्रदेश में 201.3 एमएम बारिश हुई है, जबकि सामान्य बारिश का आंकड़ा 263.9 एमएम है। इस अवधि में सामान्य से 24 प्रतिशत कम बारिश हुई है।