Haryana Pollution: पानीपत में GRAP मानदंडों की घोर अवहेलना, खुले में जलाया जा रहा कूड़ा
तापमान में गिरावट के साथ ही AQI भी फिर से खराब हो गया है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) की साइट के अनुसार, बुधवार को अधिकतम AQI 500 दर्ज किया गया। बोर्ड के एक अधिकारी ने बताया कि शाम को AQI में उतार-चढ़ाव रहा और यह 145 रहा, लेकिन रात में यह फिर से 'बहुत खराब' स्तर पर पहुंच जाएगा, क्योंकि कोहरा प्रदूषण को बढ़ा देगा।
पानीपत देश के सबसे प्रदूषित शहरों की सूची में शामिल
मंगलवार को एक्यूआई 'गंभीर' दर्ज किया गया था, क्योंकि पार्टिकुलेट मैटर (पीएम) 2.5 अधिकतम 500 दर्ज किया गया था। औसतन यह 345 दर्ज किया गया था, जो 'बहुत खराब' था। जबकि पीएम-10 भी मंगलवार को अधिकतम 427 दर्ज किया गया था, जो 'गंभीर' श्रेणी में था। सूत्रों के अनुसार, पानीपत को देश के सबसे प्रदूषित शहरों की सूची में शामिल किया जा रहा है, क्योंकि यह कपड़ा उद्योग का केंद्र है, जो 'लाल' श्रेणी में आता है।
हालांकि, हरियाणा राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (HSPCB) के अधिकारियों ने नवंबर के अंत में GRAP उल्लंघनकर्ताओं पर भारी जुर्माना लगाया था। एचएसपीसीबी ने 4 निर्माण स्थलों पर 21 लाख रुपये का जुर्माना लगाया, एमसी को नोटिस जारी किया और एचएसवीपी के एस्टेट ऑफिसर पर 25,000 रुपये का जुर्माना लगाया। इसके अलावा, एमसी ने खुले में कचरा जलाने के लिए 24 साइटों के मालिकों पर 1.20 लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया है।
खुले क्षेत्रों में कचरा जलाने पर जुर्माना
एचएसपीसीबी और नगर निगम ने खुले क्षेत्रों में कचरा जलाने पर जुर्माना लगाया है, लेकिन यह प्रथा बंद नहीं हुई है। सीएक्यूएम ने सोमवार रात को फिर से जीआरएपी-IV लागू किया था, लेकिन टेक्सटाइल सिटी में इसका कोई असर नहीं दिखा। नहर के किनारे और शहर में सड़कों के किनारे कई जगहों पर कूड़ा जलता हुआ पाया जाता है।
दिल्ली के पर्यावरणविद वरुण गुलाटी ने कहा कि एनजीटी ने किसी भी तरह के कचरे को जलाने पर प्रतिबंध लगा दिया है, क्योंकि यह भी वायु प्रदूषण का एक बड़ा कारण है। गुलाटी ने कहा कि पानीपत पहले से ही देश के सबसे प्रदूषित शहरों की सूची में है। ऐसे में इस प्रकार की घटनाओं को रोका जाना चाहिए और उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई शुरू की जानी चाहिए।