Haryana Earthquake: भूकंप से कांपी हरियाणा की धरती, डरकर घरों से बाहर निकले लोग
इसका सेंटर सोनीपत में 5 किलोमीटर गहराई में रहा। करीब एक महीने पहले भी सुबह 7 बजकर 50 मिनट पर रोहतक और उसके आसपास के जिलों में भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 3 रही थी। भूकंप का केंद्र रोहतक में 7 किमी अंदर था।
भूकंप आने का कारण
जानकारी के अनुसार उत्तराखंड के देहरादून से लेकर हरियाणा के महेंद्रगढ़ जिले तक जमीन के नीचे एक फॉल्ट लाइन है, जिसमें अनगिनत दरारें होने की वजह से इसमें गतिविधियां चल रही हैं। इसमें जब प्लेट मूवमेंट होती है तो इसके आपस में टकराने से कंपन पैदा होता है, जिससे भूकंप के झटके महसूस होते है।
भूकंप से बचने के लिए क्या करें?
घरों में भूकंप से बचने के लिए भूकंप रोधी पदार्थ से मकान बनाने चाहिए। 2-3 मंजिल से ज्यादा ऊंचा मकान भी नहीं बनाना चाहिए। इसके अलावा मकान बनाने से पहले मिट्टी की जांच के अलावा अन्य बातों का भी ध्यान रखना चाहिए।