हरियाणा के किसानों पर साइबर ठगों की नजर, खराब फसल का ज्यादा मुआवजा दिलाने का लालच

Haryana News : हरियाणा में बारिश-ओलावृष्टि से प्रभावित किसान इन दिनों नेशनल और इंटरनेशनल साइबर ठगों के निशाने पर हैं।
गिरदावरी के नाम पर किसानों को अपना शिकार बना रहे हैं।
किसानों को वे इस दौरान ज्यादा मुआवजा दिलाने का लालच देते हैं।
हरियाणा पुलिस को इससे जुड़े कुछ इनपुट मिले हैं, जिसके बाद सूबे के किसानों के लिए विशेष एडवाइजरी जारी की गई है।
इस एडवाइजरी में उन्हें यह बताया गया है कि वह ठगों से बचने के लिए क्या करें और क्या न करें।
हरियाणा पुलिस के मुताबिक इन दिनों किसानों की गिरदावरी का कार्य ऑनलाइन किया जा रहा है।
ठग इसको मौका समझ कर किसानों को लालच दे रहे हैं।
ठग किसानों को मैसेज भेजकर नुकसान का अधिक मुआवजा देने की बात कह रहे हैं।
ऐसी कुछ शिकायतें उनके पास आई हैं। किसान लालच में फंसकर वित्तीय नुकसान उठा रहे हैं।
साइबर अपराध हेल्पलाइन नंबर '1930' पर प्राप्त होने वाली शिकायतों की बढ़ती संख्या से निपटने के लिए,
हरियाणा पुलिस ने कॉल लाइन छह से बढ़ाकर दस और लाइन पर काम करने वालों की संख्या 18 से बढ़ाकर 40 कर दी है।
हरियाणा के अतिरिक्त डीजीपी ओपी सिंह ने कहा कि पुलिस चौबीसों घंटे साइबर अपराध के पीड़ितों की देखभाल कर रही है।
दरअसल हरियाणा ने 2019 के बाद से साइबर अपराध की घटनाओं में लगभग 5,000 प्रतिशत की जबरदस्त वृद्धि दर्ज की है।
आंकड़ों के अनुसार, 2019 में राज्य ने 1,362 साइबर अपराध की शिकायतें दर्ज की थीं, जो 2022 के अंत तक 4,803.40 प्रतिशत तक बढ़ गई हैं।
अधिकारियों का कहना है कि अकेले 2023 के पहले तीन महीनों में साइबर अपराध की 25,659 शिकायतें दर्ज की गई हैं।
शिकायतों की औसत मासिक प्राप्ति 2019 में 272 से बढ़कर
2020 में 956,
2021 में 1,313,
2022 में 5,565
और 2023 के पहले तीन महीनों में 8,553 हो गई।