संसार को दिशा देने में भारतीय समाज का योगदान सदैव अग्रणीय : मनोहर लाल, केंद्रीय बिजली मंत्री
केंद्रीय बिजली मंत्री श्री मनोहर लाल ने कहा कि भगवान श्रीराम ने एक आदर्श प्रस्तुत कर सामाजिक बुराइयों का अंत कर जिस प्रकार से समाज को एकजुट रहते हुए आगे बढ़ते रहने के लिए प्रेरित किया था।
उसी प्रकार हम सभी को उनके आदर्शों का अनुसरण करते हुए सामाजिक बुराइयों का अंत कर, आने वाली पीढ़ियों के उज्ज्वल भविष्य का मार्ग प्रशस्त करना होगा। उन्होंने कहा कि इतिहास गवाह है कि संसार को किसी ने दिशा देने का काम किया है तो वह केवल भारतीय समाज है।
केंद्रीय मंत्री शनिवार को विजयादशमी के अवसर पर गुरूग्राम के न्यू कॉलोनी स्थित गीता भवन, सनातन धर्मसभा द्वारा आयोजित विजयादशमी कार्यक्रम में बतौर मुख्यातिथि संबोधित कर रहे थे।
केंद्रीय मंत्री श्री मनोहर लाल ने रावण दहन से पूर्व कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि जो व्यक्ति अपने स्वार्थ के लिए दूसरे के हितों को प्रभावित करने की भी परवाह नही करता, ऐसा व्यक्ति अभिमानी होता है।
जिसका विनाश निश्चित है। यही अवगुण रावण में थे जिसके चलते सदियों से विजयदशमी के दिन हम भगवान राम के बताए आदर्शों के तहत उसका पुतला दहन करते हैं।
उन्होंने कहा कि रावण दहन तो हम हर साल करते है लेकिन रावण दहन की जो भावना है। उसका निर्वहन भी हम समय-2 पर लोकतांत्रिक व्यवस्था में करते रहते हैं। हम अपनी इच्छा से जनप्रतिनिधि चुनते हैं ताकि समाज की बुराइयों को हटाकर अच्छाइयों को लाते हुए एक समृद्ध समाज का निर्माण कर सकें।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि आज अपने अहंकार का नाश करने के लिए शिक्षा का अलख जगाना आवश्यक है। व्यक्ति शिक्षित तब होगा जब उनका अहंकार का नाश हो जाएगा। लोगों के पास बहुत कुछ रहता है लेकिन अहंकार के कारण उसकी शक्ति समाप्त हो जाती है।
हम सभी को चाहिए कि अशिक्षा, नशाखोरी जैसी आसुरी शक्ति को समाप्त करना आवश्यक है। केंद्रीय मंत्री ने इसके उपरान्त रावण दहन प्रक्रिया पूरी कर सभी प्रदेशवासियों को बुराई पर अच्छाई की जीत के महापर्व की शुभकामनाएं दी।