मुन्ना भाई MBBS की तरह फर्जी अस्पताल में डॉक्टर कर रहे थे मरीजों का इलाज, सीएम फ्लाइंग स्क्वाड टीम पहुंचने पर खुला राज

 
मुन्ना भाई MBBS की तरह फर्जी अस्पताल में डॉक्टर कर रहे थे मरीजों का इलाज, सीएम फ्लाइंग स्क्वाड टीम पहुंचने पर खुला राज
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आप ने संजय दत्त की फिल्म मुन्ना भाई एमबीबीएस तो देखी होगी। जहां अपने पिता से अपने बदमाश होने की पहचान छिपाने के लिए संजय दत्त खुद फर्जी डॉक्टर और फर्जी अस्पताल बनाकर मरीजों का इलाज करने लगे थे। ऐसे ही एक अस्पताल का भाडाफोड हरियाणा के गुरुवार में हुआ है। जहां मुन्ना भाई एमबीबीएस की तरह अस्पताल से लेकर डॉक्टर तो फर्जी निकले, लेकिन मरीज असली थे। यहां अचानकक पहुंची सीएम फ्लाइंग स्क्वाड को देखते ही भगदड़ मच गई। टीम ने मौके पर जांच कर अस्पताल संचालक बिट‍्टू यादव, सोनू कुमार और दो माह से छुट्टी पर चल रहे डा. धर्मेंद्र को काबू कर बिलासपुर थाना पुलिस के हवाले कर दिया। वहीं सभी के खिलाफ मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी गई है।

दरअसल , सीएम फ्लाइंग स्क्वाड को मंगलवार शाम सूचना मिली कि पचगांव-तावड़ू रोड पर गांव फाजिलवास मार्केट में श्री बालाजी नाम से एक फर्जी अस्पताल चल रहा है। इतना ही नहीं यहां मरीजों का इलाज होने से लेकर डिलीवरी की जा रही है। जिसका संचालन गांव बाघनकी निवासी बिट‍्टू यादव कर रहा है। इसमें 14-15 बेड की सुविधा है और 24 घंटे खुला रहता है। जिला स्वास्थ्य विभाग और जिला ड्रग कंट्रोलर की संयुक्त टीम बनाकर छापेमारी की तो डाॅक्टर की सीट पर जींद जिले के गांव नंदगढ़ निवासी सोनू कुमार बैठा था। मौके पर अस्पताल संचालक बिट‍्टू यादव सहित 10 नर्सिंग और सफाई कर्मचारी मौजूद थे।

नहीं दिखा सकें डॉक्टर की डिग्री और अस्पताल की परमिशन

टीम ने सोनू कुमार से उसकी डॉक्टरी की डिग्री मांगी तो दिखा नहीं पाया। पूछताछ करने पर सोनू ने टीम को बताया कि अस्पताल में भर्ती मरीजों का इलाज डा. धर्मेंद्र द्वारा किया जाता है। डा. धर्मेंद्र को बुलाया गया तो उसने बताया कि वह श्री बालाजी अस्पताल में गत वर्ष एक अगस्त से सैलरी पर काम कर रहा है। मरीजों के इलाज की फाइलों में उसके हस्ताक्षर नहीं हैं क्योंकि वह पिछले दो महीने से अस्पताल ही नहीं आ रहा था। उसके नाम की स्टांप का इस्तेमाल कर फर्जी डॉक्टर लोगों की जान से खेल रहे थे। छानबीन में यह भी सामने आया कि अस्पताल में बिना महिला डॉक्टर के गर्भवती महिलाओं की डिलीवरी और सीजेरियन किया जाता था। बिना सर्जन के कई मरीजों की सर्जरी की गई थी।

सीएम फ्लाइंग स्क्वाड की गुरुग्राम टीम के प्रभारी डीएसपी इंद्रजीत यादव का कहना है कि अस्पताल के संचालन के लिए आवश्यक एक भी कागजात संचालक नहीं दिखा पाया। इससे साफ हो गया कि अवैध रूप से अस्पताल का संचालन किया जा रहा था। इसके बाद मौके से तीन को काबू कर बिलासपुर थाना पुलिस के हवाले कर दिया गया। इस मामले में कई अन्य से भी पूछताछ की जाएगी।