Boxer Vijender Singh:विजेंदर सिंह की BJP में एंट्री से हरियाणा की राजनीति में हलचल, हिसार सीट से उम्मीदवार बदलने की चर्चा तेज, चौटाला झेल रहे विरोध

Boxer Vijender Singh: हरियाणा के ओलिंपियन बॉक्सर विजेंदर सिंह के बीजेपी ज्वाइन करने के बाद हरियाणा की राजनीति में हलचल मच गई है।
 
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Boxer Vijender Singh: हरियाणा के ओलिंपियन बॉक्सर विजेंदर सिंह के बीजेपी ज्वाइन करने के बाद हरियाणा की राजनीति में हलचल मच गई है। हिसार लोकसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार बदलने की चर्चा तेज हो गई है। राजनीतिक गलियारो में चर्चा है कि रणजीत चौटाला की जगह यहां से विजेंदर सिंह चुनाव लड़ सकते हैं। हालांकि फिलहाल इस बारे में भाजपा की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं है।

मगर, जिस तरीके से पहलवानों के यौन शोषण केस में खुलकर केंद्र सरकार की आलोचना करने वाले विजेंदर की BJP में एंट्री हुई है, उससे उन्हें लोकसभा कैंडिडेट बनाने के कयासों को जोर मिल रहा है। इसके अलावा कैंडिडेट बदलने के पीछे कांग्रेस की भजनलाल परिवार से पूर्व डिप्टी सीएम चंद्रमोहन को टिकट देने की तैयारियों को भी वजह बताया जा रहा है।

हिसार से BJP टिकट क्यों बदल सकती है, उसकी 3 वजहें...

1. कुलदीप बिश्नोई की नाराजगी
रणजीत चौटाला को टिकट दिए जाने से कुलदीप बिश्नोई नाराज है। उनकी नाराजगी की 2 वजहें हैं। पहली.. उन्हें लोकसभा टिकट नहीं दी गई। दूसरी .. उन्हें हरियाणा की सियासत में विरोधी रहे चौटाला परिवार के मेंबर के लिए वोट मांगनी पड़ेगी। अगर भाजपा विजेंदर को टिकट दे देती है तो फिर कुलदीप बिश्नोई की दूसरी सियासी मजबूरी का बहाना खत्म हो जाएगा। पहली वजह के लिए भाजपा उन्हें उनके बेटे भव्य बिश्नोई को विधायक बनवाने का जवाब दे चुकी है।


2. कांग्रेस भजनलाल परिवार पर दांव खेल रही
हिसार से कांग्रेस किसी मजबूत उम्मीदवार की तलाश में थी। हालांकि पूर्व मंत्री बीरेंद्र सिंह के बेटे हिसार से पूर्व सांसद बृजेंद्र सिंह कांग्रेस में शामिल हुए हैं लेकिन उन पर कांग्रेस को पूरा भरोसा नहीं। वहीं रणजीत चौटाला की वजह से कुलदीप बिश्नोई की नाराजगी देख कांग्रेस बिश्नोई के भाई पूर्व डिप्टी सीएम चंद्रमोहन को उम्मीदवार बनाने की तैयारी कर रही है। उनका नाम पैनल में भेजा गया, ताकि भजनलाल परिवार के वोट चंद्रमोहन की वजह से उन्हें मिल जाएं।

3. रणजीत चौटाला का विवादित बयान
रणजीत चौटाला शुरूआत में ही विवादों में फंस गए। उन्होंने सीधे ब्राह्मणों को टारगेट कर दिया कि सब वर्ग एक हैं लेकिन ब्राह्मणों ने भेद किया और उसकी वजह से दंगे-फसाद हो रहे हैं। इसको लेकर ब्राह्मण समाज नाराज हुआ और विरोधियों को मुद्दा भी मिल गया। हालांकि पहले सफाई देने के बाद चौटाला ने माफी मांग ली लेकिन उनके विवादित बोल से भाजपा के नेता भी नाराज बताए जा रहे हैं।


टिकट बदलने का संकेत कैसे?
इसके पीछे उनका इस्तीफा स्वीकार न करना है। चौटाला सिरसा की रानियां सीट से निर्दलीय विधायक चुने गए थे। इसके बाद भाजपा ने उन्हें मंत्री बनाया। जब वे भाजपा में शामिल हुए तो उन्होंने विधायक पद से इस्तीफा दे दिया। हालांकि इसमें टेक्निकल पेंच बताया जा रहा है। स्पीकर ने यह इस्तीफा स्वीकार नहीं किया। स्पीकर का कहना है कि चौटाला ने इस्तीफा भेजा है जबकि उन्हें खुद आकर स्पीकर को देना चाहिए था। हालांकि अपनी ही सरकार में स्पीकर के इस बयान को कैंडिडेट बदलने से जोड़कर देखा जा रहा है।

हिसार पर इतना फोकस क्यों?
हिसार हर चुनाव में हरियाणा की सबसे प्रमुख सीट रही है। इसकी बड़ी वजह यह है कि यहां से चौधरी भजनलाल, कुलदीप बिश्नोई, दुष्यंत चौटाला सांसद रह चुके हैं। 10 साल पहले दुष्यंत चौटाला ने इसी सीट को जीतकर देश के सबसे कम उम्र के सांसद बनने का रिकॉर्ड बनाया था और उनसे हारने वाले कुलदीप बिश्नोई ने राजनीति से संन्यास लेने का एलान किया था। 2019 में बृजेंद्र, पूर्व सीएम ओपी चौटाला के पोते दुष्यंत चौटाला, चौधरी भजनलाल के पोते भव्य बिश्नोई आमने सामने थे। जिसमें भाजपा के बृजेंद्र चुनाव जीत गए।