Big Action on Female Sarpanch : हरियाणा में महिला सरपंच पर बड़ा एक्शन, फर्जी शैक्षणिक प्रमाण पत्रों के कारण किया पदमुक्त, जानें आगे क्या होगी कार्रवाई

 
सरपंच
हरियाणा में फर्जी शैक्षणिक प्रमाण पत्रों की जांच के बाद एक महिला सरपंच पर बड़ा एक्शन हुआ है। नियमानुसार पदमुक्त करते हुए महिला सरपंच पर आगे की कानूनी कार्रवाई की तैयारी चल रही है।

हरियाणा में फर्जी शैक्षणिक प्रमाण पत्रों की जांच के बाद एक महिला सरपंच पर बड़ा एक्शन हुआ है। नियमानुसार पदमुक्त करते हुए महिला सरपंच पर आगे की कानूनी कार्रवाई की तैयारी चल रही है। पंचायत चुनाव में फर्जी शैक्षिक प्रमाण पत्रों की बदौलत चुनाव जीती लहरवाड़ी गांव की महिला सरपंच को पदमुक्त कर दिया है।

जिला उपायुक्त द्वारा जारी आदेश में गांव के पंचायत सदस्यों में ही बहुमत साबित करने वाले पंचायत सदस्य को ही गांव का सरपंच चुना जाएगा। आदेश की प्रतियां जिला उपायुक्त ने राज्य निर्वाचन आयोग पंचकुला, निदेशक विकास एवं पंचायत विभाग चंडीगढ, उपमंडल अधिकारी (ना.) पुन्हाना, खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी पुन्हाना सहित लहरवाड़ी गांव की सरपंच असमीना को भेजी है। महिला सरपंच पर हुई कार्रवाई के बाद जिले के ऐसे सरपंचों में अफरातफरी है जिनकी फर्जी प्रमाण पत्रों की शिकायतें लगी हुई है।

उपायुक्त द्वारा जारी आदेश में बताया कि लहरवाडी गांव की महिला सरपंच असमीना की चुनावों के दौरान फर्जी प्रमाण पत्र के सहारे चुनाव जीतने की शिकायत मिली जिसके बाद चुनाव आयोग के निर्देश पर इसकी जांच एसडीएम पुन्हाना से कराई गई। एसडीएम ने जांच में खंड शिक्षा अधिकारी को शामिल किया लेकिन जांच के दौरान नोटिस देने के बाद भी गांव की सरपंच असमीना जांच में शामिल नहीं हुई।

सरपंच द्वारा नामांकन के दौरान इंदिरा गांधी बोर्ड ऑफ हाई स्कूल एंड इंटरमीडिएट सर्टिफिकेट एग्जामिनेशन द्वारा जारी प्रमाण पत्र संलग्न किया गया था तथा उक्त बोर्ड फर्जी पाया गया। उक्त महिला सरपंच को एसडीएम ने 15 दिन का समय देकर कारण बताओ नोटिस जारी किया जिसके बाद सरपंच ने महिला के लिए सरपंच पद हेतु शैक्षणिक योग्यता आठवीं पास बताई तथा आठवीं का प्रमाण पत्र जवाब के साथ संलग्न किया। सरपंच के जवाब पर शिकायतकर्ता द्वारा आपत्ति की गई।

शिकायतकर्ता की आपत्ति के बाद महिला सरपंच असमीना के आठवीं पास के प्रमाण पत्र की जांच खंड शिक्षा अधिकारी नगीना के माध्यम से कराई गई। खंड शिक्षा अधिकारी नगीना द्वारा दो प्रधानाचार्यों की कमेटी बनाकर जांच कराकर एसडीएम पुन्हाना को भेजी। इसके बाद भी महिला सरपंच अपने पक्ष में कोई सबूत इत्यादि प्रस्तुत नहीं कर पाई जिससे साबित हो सके की प्रमाण पत्र ठीक है।

जांच रिर्पोट में एसडीएम ने आठवीं कक्षा के प्रमाण पत्र को फर्जी पाया जिसे स्कूल के रिकॉर्ड के साथ छेड़छाड़ करके तैयार किया गया था। उपायुक्त द्वारा जारी आदेश में बीडीपीओ पुन्हाना को आजाद नेशनल मॉडल स्कूल इमामनगर व महिला सरपंच के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने के आदेश दिए है।