हरियाणा में राज्यसभा सीट के लिए विपक्ष में छिड़ी जंग: हुड्डा बोले- दिग्विजय चुनाव में उतरे तो हम समर्थन करेंगे...

हरियाणा में राज्यभा सीट के लिए विपक्षी दलों के बीच जंग छिड़ी हुई है।
 
हरियाणा में राज्यसभा सीट के लिए विपक्ष में छिड़ी जंग: हुड्डा बोले- दिग्विजय चुनाव में उतरे तो हम समर्थन करेंगे...
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हरियाणा में राज्यभा सीट के लिए विपक्षी दलों के बीच जंग छिड़ी हुई है। बीजेपी के साथ गठबंधन करने वाली जननायक जनता पार्टी राज्यसभा सीट पर चुनाव नहीं लड़ने के लिए कांग्रेस को घेर रही है। वहीं कांग्रेस ने जेजेपी को बीजेपी की बी टीम बताते हुए पहले उम्मीदवार उतारने और विधायक एकजुट करने की सलाह दे दी है।

पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा के बयान के बाद हरियाणा की राजनीति में हलचल मच गई है। हुड्डा ने कहा कि दुष्यंत चौटाला बीजेपी से मिला हुआ है, दुष्यंत अगर दिग्विजय को राज्यसभा चुनाव में उम्मीदवार बनाकर हमसे वोट मांगेगा तो हम समर्थन करेंगे।

हुड्‌डा के इस बयान पर दिग्विजय चौटाला ने पलटवार किया है। दिग्विजय चौटाला ने कहा कि 'भूपेंद्र हुड्‌डा को अपने परिवार के सदस्य को राज्यसभा चुनाव लड़वाना चाहिए। हुड्‌डा अपनी पत्नी या बहू को राज्यसभा चुनाव में उतारे तो बेहतर रहेगा।

उन्होंने कहा कि हुड्‌डा ने मुझे उम्मीदवार बनाने की पेशकश की है, मैं इसके लिए हुड्डा का धन्यवाद करता हूं, मगर दीपेंद्र की तरह पिछले दरवाजे की राजनीति करने की मुझे जरूरत नहीं है। सैलजा से सीट छीनकर दीपेंद्र को भेजने के बाद राज्यसभा सीट अब हुड्‌डा परिवार में रखें। हुड्‌डा की सोच परिवार वाद तक सीमित है'।

 
हुड्‌डा राज्यसभा चुनाव न लड़ने का कर चुके हैं ऐलान
हरियाणा में दीपेंद्र हुड्डा के लोकसभा चुनाव जीतने के बाद राज्यसभा की सीट खाली हो गई है। राज्यसभा सीट पर भूपेंद्र हुड्डा इस सीट पर चुनाव न लड़ने का ऐलान कर चुके है। हुड्डा ने कहा था कि कांग्रेस राज्यसभा सीट पर उम्मीदवार नहीं उतारेगी, क्योंकि कांग्रेस के पास नंबर गेम नहीं है। अगर विपक्ष एकजुट होकर कांग्रेस से सहयोग मांगती है तो कांग्रेस उनका समर्थन करने को उतारेगी।

दुष्यंत चौटाला ने खिलाड़ी को उम्मीदवार बनाने की दी थी सलाह
वहीं पिछले दिनों चंडीगढ़ में प्रेस कान्फ्रेंस कर दुष्यंत चौटाला ने कहा था एक तरफ नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र हुड्डा का यह कहना कि हरियाणा सरकार के पास बहुमत नहीं है, दूसरी तरफ राज्यसभा चुनाव यह कह कर लड़ने से इनकार करना कि विपक्ष के पास संख्या बल नहीं है, ये दोनों बातें सच कैसे हो सकती है? क्योंकि दोनों बातें विरोधाभासी हैं। कांग्रेस को किसी खिलाड़ी व प्रतिष्ठित व्यक्ति को उम्मीदवार बनाना चाहिए।


हरियाणा विधानसभा में सीटों का गणित
वहीं, हरियाणा विधानसभा में 90 सीटें हैं। 3 फिलहाल खाली हैं। 87 में से बहुमत का आंकड़ा 44 है। भाजपा के पास इस वक्त 43 विधायक हैं। वहीं विपक्ष के पास पहले 44 विधायक थे, लेकिन किरण चौधरी के भाजपा में आने से उनके पास भी अब 43 विधायक ही बचे हैं।

हरियाणा में भाजपा के खिलाफत वाले वोट लेने की होड़
हरियाणा में सत्ता विरोधी लहर के वोट पाने की जहां कांग्रेस हर संभव कोशिश कर रही है, वहीं विपक्षी दल इनेलो भूपेंद्र सिंह हुड्‌डा को भाजपा का मोहरा बताने में लगे हैं ताकि सत्ता विरोधी लहर का फायदा उनको भी मिल सके।

हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव में सत्ता विरोधी लहर का फायदा कांग्रेस को मिला। कांग्रेस को 5 सीटों पर जीत मिली। वहीं विधानसभा वाइज 42 सीटों पर बढ़त मिली। ऐसे में विपक्षी दल हुड्‌डा की घेरने में लगे हैं। हुड्‌डा के चुनाव से पीछे हटने से इनेलो और जजपा के हाथ मुद्दा लग गया है।


हरियाणा में राज्यसभा की 5 सीटें
हरियाणा में राज्यसभा की कुल 5 सीटें हैं। इन सीटों में 3 भाजपा के पास है, जबकि एक सीट पर निर्दलीय कार्तिकेय शर्मा काबिज है। भाजपा ने सुभाष बराला, रामचंद्र जांगड़ा और कृष्ण लाल पंवार को राज्यसभा भेजा है।

वहीं कांग्रेस से दीपेंद्र हुड्‌डा राज्यसभा सांसद थे। उनके लोकसभा चुनाव जीतने के बाद यह सीट खाली हो गई है। ऐसे में भाजपा राज्यसभा सीट पाना चाहती हैं। वहीं भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने नंबर गेम का हवाला देकर अपने पांव पीछे खींच लिए हैं। ऐसे में भाजपा की राज्यसभा चुनाव की राह आसान हो गई है।