Haryana Roads Plan: हरियाणा के नारनौल से चरखी दादरी तक बनाई जाएगी फोरलेन सड़क, यहां-यहां बनेंगे अंडरपास और ओवरब्रिज

करीब डेढ़ दशक से लंबे-चौड़े गड्ढों युक्त सड़क नारनौल-महेंद्रगढ़-दादरी मार्ग से जूझ रहे लोगों के लिए राहत भरी खबर है।
 
Haryana Roads Plan
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करीब डेढ़ दशक से लंबे-चौड़े गड्ढों युक्त सड़क नारनौल-महेंद्रगढ़-दादरी मार्ग से जूझ रहे लोगों के लिए राहत भरी खबर है। अब इस सड़क का निर्माण शुरू कर दिया गया है। चुनावों में बड़ा मुद्दा बनती रही इस सड़क का हरियाणा स्टेट रोड एवं ब्रिज डवलपमेंट कॉरपोरेशन रेवाड़ी बनवा रही है, जिसका टैंडर मैसर्स आरके जैन इंफ्रास्ट्रेक्चर प्रा. लिमिटेड को दिया गया है। 300 करोड़ से अधिक का अनुमानित बजट रखकर तैयार की जा रही इस मुख्य सड़क को दो साल में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।

उल्लेखनीय है कि नारनौल-महेंद्रगढ़ - दादरी मार्ग जिले की मुख्य सड़कों में से एक रहा है तथा यह मार्ग राजस्थान के जयपुर की ओर से रोहतक- चंडीगढ़-पंजाब आने वाले भारी वाहनों ट्रकों के लिए प्रमुख मार्ग रहा है। भारी वाहनों की बड़ी संख्या में आवाजाही के कारण यह सड़क करीब डेढ़ दशक पहले ही टूट गई तथा जब प्रदेश में पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा का पहला शासनकाल था, तब इस सड़क के निर्माण की खूब मांग भी उठी थी। बाद में उन्होंने इस सड़क को कोटपूतली की तरफ रायमलिकपुर से भिवानी के खरक तक फोरलेन बनाने की घोषणा करने के साथ ही एक कंपनी को टैंडर भी अलॉट किया, लेकिन मामला कभी वन विभाग की एनओसी तो कभी अन्य मामलों में फंस गया और सड़क नहीं बनी।

यह सड़क वर्ष 2014 में हुए विधानसभा चुनावों में बड़ा मुद्दा बनी और तत्कालीन सीपीएस राव दानसिंह तब महेंद्रगढ़ विधानसभा से चुनाव तक हार गए थे, लेकिन इसके बाद प्रदेश में बनी भाजपा सरकार भी इस सड़क को नहीं बना पाई। कोरोना काल में जब देश की राजधानी दिल्ली की सड़कें कई महीनों से किसान आंदोलन के कारण जाम थी, तब प्रदेश के सीएम मनोहर लाल ने नारनौल के आईटीआई मैदान में 20 दिसंबर 2020 में जल अधिकार रैली की थी, 

तब उनके सम्मुख इस सड़क का मुद्दा प्रमुखता से उठाया गया, लेकिन इसके बाद भी पूरे दो साल बीत गए। हालांकि बीच-बीच में इसका टेंडर जल्द होने एवं बजट स्वीकृत होने की बातें सामने आती रही, लेकिन निर्माण कार्य शुरू नहीं हुआ। इस लोगों में एक बात चल पड़ी थी कि यह सड़क अब नहीं तो कब बनेगी। मगर आखिरकार जन सुनवाई हुई है और प्रदेश सरकार ने इसका निर्माण शुरू करवा दिया है।

नेशनल हाईवे की बजाए स्टेट बनवाएगी

जिले की अधिकांश सड़कें अब नेशनल हाईवे से जुड़ चुकी हैं। चाहे वह दिल्ली - नारनौल हो या फिर नारनौल-कोटपूतली मार्ग हो, लेकिन नारनौल- दादरी मार्ग नेशनल हाईवे से अछूता ही रह गया। अन्यथा यह भी सिक्स लेन मार्ग होता। इसे इलाके के सांसदों से लेकर स्थानीय जनप्रतिनिधियों की कमजोरी कही जा सकती है, क्योंकि यही मार्ग है, जो सिक्स लेन से वंचित रह गया है। सांसद चौ. धर्मबीर सिंह इस पर एक कार्यक्रम में अफसोस भी जता चुके हैं।

55 किलोमीटर में बनेगी सड़क

नारनौल- दादरी मार्ग को अब एचएसआरडीसी रेवाड़ी मैसर्स आरके जैन इंफ्रास्ट्रेक्चर प्रा. लिमिटेड कंपनी के जरिए निर्माण करवा रही है। नारनौल की मादी नदी से दादरी बाईपास तक इसकी दूरी लगभग 55 किलोमीटर है। सड़क की चौड़ाई 26 मीटर होगी, जबकि डिवाईडर कहीं पांच मीटर तो कहीं एक मीटर चौड़ा होगा। इसका अनुमानित बजट 300 करोड़ रुपये रखा गया है। कंपनी ने पालड़ी नहर के समीप से सड़क के साइडों में खुदाई एवं लेवलिंग का कार्य शुरू कर दिया है।

वैसे तो सड़क का निर्माण एक साल के अंदर-अंदर पूरा कर लिया जाएगा, लेकिन इसमें अंडरपास, पुल एवं ओवरब्रिज का निर्माण भी किया जाएगा, जिसमें समय लगेगा। इसी कारण दो साल का निर्माण पीरियड रखा गया है। नारनौल के मेडिकल कॉलेज कोरियावास बाईपास तथा लहरोदा बाईपास के समीप दो अंडरपास बनेंगे। नांगल सिरोही में नया बाईपास बनेगा। महेंद्रगढ़ में रेलवे पुल के समानांतर एक और ओवरब्रिज बनाया जाएगा। दोहान नदी में भी पुल निर्माण की योजना है।

सड़क निर्माण कार्य शुरू
एचएसआरडीसी रेवाड़ी के डीजीएम सोमबीर सिंह दहिया ने बताया कि नारनौल- दादरी मार्ग का निर्माण शुरू कर दिया है। सड़क एक साल में ही पूरी कर ली जाएगी, लेकिन अंडरपास एवं ओवरब्रिज आदि के काम में ज्यादा समय लगने से दो साल का लक्ष्य रखा गया है। यह सड़क बनने से आमजन को राहत मिलेगी और नारनौल से दादरी-रोहतक की तरफ आना-जाना आसान हो जाएगा।