अब महिलाएं खड़ा कर सकेंगी खुद का कारोबार, इस योजना के तहत लाखों में होगी कमाई

 
Stand-Up India Scheme
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Stand-Up India Scheme

केंद्र सरकार के साथ-साथ राज्य सराकरें समय-समय पर यह सुनिश्चित करती हैं कि समाज के हर वर्ग का समान विकास हो। इसी के मद्देनजर सरकार द्वारा कई  तरह की योजनाओं पर काम किया जाता है।

ऐसी ही एक योजना की शरूआत केंद्र सरकार द्वारा की गई है। इस योजना का नाम है स्टैंड-अप इंडिया योजना।

यह योजना महिला उद्यमियों और समाज के SC / ST वर्ग के तहत आने वाले लोगों को फंड मुहैया कराएगी। SC / ST श्रेणी के लोगों को आर्थिक सहायता प्रदान करना स्टैंड-अप इंडिया योजना का मुख्य उद्देश्य है।

क्या है स्टैंड-अप इंडिया योजना- What is Stand-Up India Scheme

स्‍टैंड-अप इंडिया स्‍कीम की शुरुआत 2016 में की गई थी। इसका मकसद देश में कारोबार को बढ़ावा देना है। इस स्‍कीम के तहत 10 लाख रुपये से लेकर 1 करोड़ रुपये तक का लोन दिया जाता है।

यह लोन अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, पिछड़ा वर्ग और महिला कारोबारी को मिलता है। दरअसल, यह वर्ग आर्थिक व सामाजिक रूप से पिछड़ा होने के कारण अपना कारोबार खुद नहीं बढ़ा पाता है। लिहाजा, केंद्र सरकार इन्‍हें अपना कारोबार खड़ा करने के लिए यह कर्ज देती है।

स्टैंड-अप इंडिया का उद्देश्य- Objective of Stand-Up India Scheme

इस योजना का उद्देश्य प्रत्येक बैंक शाखा में से कम से कम एक SC / ST आवेदक और एक महिला उद्यमी को अपने स्वयं के उद्यम को स्थापित करने में सक्षम बनाने के लिए 10 लाख से 1 करोड़ रुपये के बीच लोन देने में मदद करना है।

स्टैंड-अप इंडिया योजना भारत के लिस्टेड कॉमर्शियल बैंकों की सभी शाखाओं द्वारा संचालित की जाती है।

इस योजना का मुख्य फोकस सेवाओं, मेन्यूफैक्चरिंग और व्यापारिक क्षेत्रों की सेवा करने वाले उद्यम को आर्थिक सहायता देना है।

स्टैंड-अप इंडिया योजना की विशेषताएं- Features of Stand-Up India Scheme

  • लागू ब्याज दर उस श्रेणी के लिए बैंक द्वारा निर्धारित की जाती है, जो कि MCLR + 3% + टेन्योर प्रीमियम से अधिक होगी
  • अनुसूचित जाति / अनुसूचित जनजाति के लोगों और महिला आवेदकों के लिए स्टैंड अप योजना के तहत लोन प्राप्त करने के लिए न्यूनतम आयु मानदंड 18 वर्ष है
  • ग्रीन फील्ड प्रोजेक्ट्स के लिए लोन ऑफर केवल उन उद्यमियों के लिए किए जाते हैं जो पहली बार मेन्यूफैक्चरिंग या व्यापारिक क्षेत्रों में व्यवसाय कर रहे हैं
  • आवेदक का किसी भी बैंक या NBFC में डिफॉल्ट रिकॉर्ड नहीं होना चाहिए
  • कुल लोन राशि (जिसमें टर्म लोन और वर्किंग कैपिटल शामिल हैं ) 10 लाख रुपये 1 करोड़ रूपये के बीच ऑफर की जाती हैं
  • बैंकों द्वारा तय किए गए लोन को क्रेडिट गारंटी फंड योजना की गारंटी द्वारा सुरक्षित किया जा सकता है
  • SC / ST और महिला उद्यमियों के लिए लोन का उपयोग केवल व्यापार, सेवाओं और मेन्यूफैक्चरिंग में नए व्यवसाय स्थापित करने के लिए किया जा सकता है
  • लोन अवधि अधिकतम 7 साल है और अधिकतम मोराटोरियम पीरियड 18 महीने है

स्टैंड-अप इंडिया योजना की पात्रता की शर्तें- Terms of Stand-Up India Scheme

  • लोन का आवेदन करने वाला व्यक्ति को एससी/एसटी या महिला उद्यमी होना चाहिए।
  • आवेदक की उम्र 18 साल से अधिक होनी चाहिए।
  • स्‍कीम के तहत लोन केवल ग्रीन फील्‍ड प्रोजेक्‍ट के लिए उपलब्‍ध है। यहां ग्रीन फील्‍ड का आशय लाभार्थी के पहले वेंचर से है।
  • गैर-व्यक्तिगत उद्यमों में कम से कम 51% नियंत्रण और हिस्सेदारी या तो महिला आवेदक या SC / ST से संबंधित किसी व्यक्ति के पास होनी चाहिए।

स्टैंड-अप इंडिया योजना के लिए जरूरी दस्तावेज़- Documents Required for Stand-Up India Scheme

  • पासपोर्ट साइज़ फोटो
  • पहचान प्रमाण: पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेंस, मतदाता पहचान पत्र, पैन कार्ड, आदि।
  • निवास प्रमाण: मतदाता पहचान पत्र, पासपोर्ट, नवीनतम बिजली और टेलीफोन बिल, प्रॉपर्टी टैक्स की रसीद, आदि।
  • व्यवसाय का पता प्रमाण
  • कंपनी के मेमोरेंडम ऑफ ऐसोसिएशन
  • पार्टनरशिप डीड
  • पट्टे की फोटोकॉपी
  • रेंट एग्रीमेंट
  • पिछले 3 साल की बैलेंस शीट
  • प्रमोटर और गारंटी के एसेट्स और लाइबिलिटी स्टेटमेंट

स्टैंड-अप इंडिया योजना की आवेदन प्रक्रिया- Registration process of Stand-Up India Scheme

  1. सबसे पहले आवेदक को स्टैंड-अप इंडिया की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा।
  2. इसके बाद व्यावसायिक कॉलम में प्रवेश करके रजिस्ट्रेशन फॉर्म भरें। जिसमें व्यवसाय का पता, राज्य, जिला, गांव, शहर, शहर और पिन कोड शामिल है।
  3. चुनें कि क्या प्रमोटर महिला वर्ग या SC / ST वर्ग से संबंधित है और व्यापार में 51% या उससे अधिक हिस्सेदारी है।
  4. आवेदक की योजना, व्यवसाय की प्रकृति, लोन राशि, व्यवसाय गतिविधि की प्रकृति और जानकारी, व्यवसाय के लिए स्थान की स्थिति व पहली बार उद्यमियों की ड्रॉप डाउन को चुनें।
  5. आगे उसे व्यावसायिक गतिविधि, व्यवसाय के अनुभव और प्रकृति के वर्षों का उल्लेख करके अपने पिछले व्यवसाय के अनुभव की जानकारी देनी होगी।
  6. इच्छानुसार हेंड होल्डिंग सपोर्ट  पर टिक करें।
  7. रजिस्ट्रेशन का अंतिम स्टेप आवेदक की व्यक्तिगत जानकारी के बारे में है जो नाम, उद्यम का नाम, यूज़र नेम, मोबाइल नंबर, ईमेल आदि।
  8. रजिस्टर पर क्लिक करके आवेदक संबंधित लोन संस्थान में स्टैंड-अप इंडिया योजना के लिए आवेदन कर सकेगा और उनके अधिकारी आगे की औपचारिकताओं के लिए संपर्क करेंगे।