Haryana News: हरियाणा में इन लोगों को दोबारा बनवानी पड़ेगी अपनी कास्ट सर्टिफिकेट, जानें जल्दी

जाति प्रमाण पत्र एक महत्वपूर्ण दस्तावेज है, जो विभिन्न सरकारी योजनाओं और लाभों का लाभ उठाने के लिए आवश्यक है। यह प्रमाण पत्र व्यक्ति की जाति का प्रमाण देता है और आरक्षण, शिक्षा, रोजगार और अन्य सरकारी सेवाओं में विशेष सुविधाएं प्राप्त करने में मदद करता है।
जाति प्रमाण पत्र फिर से बनेंगे
हाल ही में यह बात सामने आई है कि कई जातियों के लोगों को दोबारा जाति प्रमाण पत्र बनवाने की जरूरत पड़ सकती है। जाति प्रमाण पत्र के बिना कई सरकारी काम अटक सकते हैं, जिससे योजनाओं और सुविधाओं का लाभ उठाना संभव नहीं होगा।
प्रक्रिया सरल होगी
सरकार को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि जाति प्रमाण पत्र जारी करने की प्रक्रिया सरल और पारदर्शी हो, ताकि नागरिकों को बार-बार परेशानी का सामना न करना पड़े और वे समय पर योजनाओं का लाभ उठा सकें।
कुछ जातियों के लिए अब दोबारा जाति प्रमाण पत्र बनवाना अनिवार्य हो गया है, क्योंकि जो जातियां पहले एससी (अनुसूचित जाति) प्रमाण पत्र बनवाती थीं, वे अब दो भागों में बंट गई हैं। इस बदलाव के तहत अब इन जातियों को डीएससी (विभाजित अनुसूचित जाति) प्रमाण पत्र बनवाना होगा।
डीएससी प्रमाण पत्र
प्रभावित जातियों के लिए यह सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है कि वे समय पर डीएससी प्रमाण पत्र बनवाकर सरकारी योजनाओं और सुविधाओं का लाभ उठा सकें। साथ ही सरकार को प्रमाण पत्र बनवाने की प्रक्रिया को सरल और तेज बनाना चाहिए, ताकि लोगों को परेशानी का सामना न करना पड़े।
अब कई जातियों के लिए एससी प्रमाण पत्र की जगह डीएससी प्रमाण पत्र बनवाना अनिवार्य हो गया है। इन जातियों के लिए यह प्रक्रिया इसलिए लागू की गई है क्योंकि एससी को दो भागों में विभाजित किया गया है। प्रभावित जातियों में शामिल हैं: