PM Kisan Yojana: PM किसान योजना का लाभ लेने वाले इन किसानों को भेजा गया रिकवरी नोटिस, जानिए क्या है वजह?

 
PM Kisan Yojana
WhatsApp Group Join Now

प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना (PM Kisan Samman Nidhi) का लाभ लेने वाले अपात्रों पर कृषि विभाग ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है. दरअसल, किसान सम्मान निधि योजना के तहत कृषकों को दी जाने वाली धनराशि का लाभ अपात्र भी ले रहे थे. इन अपात्रों में आयकर दाता, भूमिहीन और मृतक भी शामिल थे. सत्यापन के दौरान इसका खुलासा होने पर विभाग ने 2700 से अधिक अपात्रों को नोटिस जारी कर धनराशि की रिकवरी की कार्रवाई शुरू कर दी है. इसी क्रम में कृषि विभाग ने मृतकों के परिजनों से 6 लाख रुपये से अधिक धनराशि की रिकवरी की है. योजना का लाभ लेने वालों में बड़ी संख्या में अपात्रों के मिलने के बाद कृषि विभाग ने सत्यापन का कार्य तेज कर दिया है. 

जिले के इतने किसान हैं रजिस्टर्ड
हरदोई जिले में पीएम किसान योजना के तहत बड़े पैमाने पर अपात्रों के लाभ लेने के बाद विभाग ने नोटिस जारी कर रिकवरी की प्रक्रिया तेज कर दी है. जनपद में 759541 किसान पंजीकृत हैं, जिसके सापेक्ष 678770 किसानों के खाते में किसान सम्मान निधि की आगामी किस्त भेजने के लिए डाटा शासन को भेजा गया है. प्रशासन द्वारा लेखपाल, ग्राम पंचायत अधिकारी और कृषि विभाग के कर्मचारियों से अपात्रों का सत्यापन कराया जा रहा है. 

106 मृतकों के परिजनों से की गई रिकवरी

उप कृषि निदेशक डॉ नंदकिशोर ने बताया कि मई और जून महीने में सत्यापन का काम पूरा कर लिया जाएगा. अभी तक मई माह में 2707 अपात्र पाए गए हैं, जिनमें अधिकतर आयकर दाता शामिल हैं, तो कुछ भूमिहीन हो चुके हैं. वहीं, कई ऐसे लोग हैं जो पति और पत्नी दोनों किसान सम्मान निधि का लाभ पा रहे हैं. यही नहीं मृतकों के खातों में भी किसान सम्मान निधि भेजी जा रही थी. ऐसे में कृषि विभाग ने इन अपात्रों में शामिल 106 मृतकों के परिजनों से 6 लाख 26 हजार रुपये की रिकवरी की है. 

कृषि विभाग ने शेष अपात्रों को नोटिस जारी किया है कि सभी किसान सम्मान निधि योजना के तहत ली गई धनराशि को वापस करें, कृषि विभाग का दावा है कि सभी अपात्रों से पीएम किसान योजना के तहत ली गई धनराशि की रिकवरी की जाएगी. माना जा रहा है कि जून के अंत मे जब सत्यापन की प्रक्रिया पूर्ण होगी तो बड़े पैमाने पर अपात्रों की संख्या सामने आ सकती है. ऐसे में सत्यापन की प्रक्रिया पूर्ण होने पर कृषि विभाग द्वारा सभी अपात्रों से रिकवरी की जाएगी.