IAS Success Story: देशप्रेम की वजह से UPSC के प्रति बढ़ा क्रेज, पिता कर्नल और मां लेफ्टिनेंट, बेटी बनीं IAS अफसर
IAS Success Story: यूपीएससी को देश की सबसे मुश्किल परीक्षा में से एक माना जाता है। इस परीक्षा को पास करने के लिए बहुत मेहनत करनी पड़ती है। आज हम आपको ऐसी ही आईएएस अफसर के बारे में बताने जा रहे हैं जिसने बिन किसी कोचिंग 22 साल की उम्र में यूपीससी क्रैक किया।
इस आईएएस अफसर का नाम चंद्रज्योति सिंह है जो सोशल मीडिया पर काफी मशहूर है। यहाँ आईएएस अफसर लोगों के लिए किसी प्रेरणा से कम नहीं है। चंद्रज्योति के अंदर देशभक्ति की भावना कूट-कूट कर भरी हुई है। उनके पिता सेना में कर्नल तो वहीं मां लेफ्टिनेंट थीं।
सेंट स्टीफेंस कॉलेज से हिस्ट्री में स्नातक किया
आपको बता दें कि चंद्रज्योति सिंह ने चंडीगढ़ के भवन विद्यालय से 12वीं की परीक्षा पास की थी वो भी 95.4 फीसदी नंबरों के साथ, इसके बाद साल 2018 में उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी के सेंट स्टीफेंस कॉलेज से हिस्ट्री में स्नातक किया और इसके बाद सिंह ने एक साल का ब्रेक लिया और उसकी तैयारी में जुट गईं।
चंद्रज्योति अपना GK बढ़ाने के लिए पेपर पढ़ा करती थीं
'वो रोजाना 6-7 घंटे पढ़ाई किया करती थीं और अपना GK बढ़ाने के लिए पेपर पढ़ा करती थीं। एक साल तक चंद्रज्योति सिंह ने केवल अपनी परीक्षा के बारे में सोचा और किसी और चीज को अपने दिल-दिमाग में आने नहीं दिया।
चंद्रज्योति ने ऑल इंडिया रैंक 28 के साथ परीक्षा पास की
उन्होंने कोई कोचिंग नहीं की बल्कि एक टफ टाइमटेबल को फॉलो किया और उनकी ये मेहनत रंग लाई और वो साल 2019 में अपने पहले ही प्रयास में ऑल इंडिया रैंक 28 के साथ परीक्षा पास कर लीं। उनकी ट्रेनिंग मसूरी में हुई। फिर चार महीने तक वह विदेश मंत्रालय में सहायक सचिव के पद पर रहीं और वो अब सब-डिविजनल मजिस्ट्रेट के रूप में तैनात हुईं।
खूबसूरती में अभिनेत्रियों को मात देने वाली चंद्रज्योति सिंह का मानना है कि 'अगर सकारात्मक सोच और ईमानदारी के साथ मेहनत की जाए तो मंजिल हर हालत में मिलती हैं।' वो सोशल मीडिया पर भी काफी लोकप्रिय हैं।
सफलता का कोई शार्ट कट नहीं, सच्ची मेहनत ही है सक्सेस पाने का रास्ता
वो कहती हैं कि 'जिंदगी एक ही बार मिलती है इसका भरपूर जीना चाहिए और सफलता का केवल एक ही मूल मंत्र है और वो है मेहनत, इसका कोई शार्ट कट नहीं है। इसलिए असफलता से ना घबराएं और ना ही जरा सी सफलता पाने के बाद मन को बहकने दें। '
देशप्रेम की वजह से UPSC के प्रति बढ़ा क्रेज
चंद्रज्योति सिंह देश और समाज के लिए कुछ अच्छा करना चाहती थी और इसी सोच के कारण उन्होंने कठिन परीक्षा को क्रैक करने का फैसला किया और शुरु से ही अपने लक्ष्य के लिए प्रयास करने लगी।