Aditya Mohan Sinha : जॉब छोड़ पूरा किया दादा का सपना, सेल्फ स्टडी और Youtube के जरिए पाई UPSC की सफलता

 हर साल लाखों युवा यूपीएससी की परीक्षा देते हैं लेकिन सिर्फ कुछ ही इसे पास कर सफलता हासिल कर पाते हैं।
 
जॉब छोड़ पूरा किया दादा का सपना, सेल्फ स्टडी और Youtube के जरिए पाई UPSC की सफलता
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Aditya Mohan Sinha : हर साल लाखों युवा यूपीएससी की परीक्षा देते हैं लेकिन सिर्फ कुछ ही इसे पास कर सफलता हासिल कर पाते हैं। आज हम आपको ऐसे ऑफिसर की सफलता की कहानी बताने जा रहे हैं जिसने बिना कोचिंग यूपीएससी क्रैक कर लिया। 

हम बात कर रहे हैं मुजफ्फरपुर के आदित्य मोहन सिन्हा की, जिन्होंने यूपीएससी की केन्द्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सहायक कमांडेंट) की परीक्षा को न केवल पास किया, बल्कि 29 रैंक लाकर अपने नाम के झंडे गाड़ दिए।

 आदित्य परीक्षा पास करने के बाद असिटेंट कमांडेंट बने। आइए जानते हैं कि आदित्य को यूपीएससी परीक्षा देने की कहां से प्रेरणा मिली और कैसे उन्होंने सफलता पाने के लिए अपनी तैयारी को दिशा दी

इन्हें देते हैं सफलता पाने का श्रेय 
यूपीएससी की परीक्षा में टॉप 30 रैंक में जगह बनाकर अर्ध सैनिक बलों में अधिकारी बने आदित्य मोहन अपनी सक्सेस का पूरा क्रेडिट दादा-दादी और पेरेंट्स को देते हैं। उन्हें अपने दादाजी से इस फील्ड में जाने की प्रेरणा मिली। 

बचपन से ही दादी यही कहती थीं कि एक दिन मेरा पोता भी दादा की तरह पुलिस में जाएगा और वर्दी पहनकर देश की सेवा करेगा। दादी के इस एक वाक्य से आदित्य की पूरी लाइफ बदल गई, क्योंकि इसी वजह से दूसरी फील्ड में जाने के बावजूद भी उनके अंदर कहीं न कहीं इस क्षेत्र में जाने का सपना पनप रहा था। 

सफल होने का यही है तरीका 
आदित्य का मानना है कि सफलता का कोई शॉट कट नहीं होता। इसके लिए धैर्य, लक्ष्य के प्रति पूरा समर्पण, लगातार कोशिश और प्रैक्टिस करना जरूरी है। 

जॉब छोड़ पूरा किया दादा का सपना
आदित्य मोहन ने इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है। उन्होंने साल 2020 में इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग से बीटेक किया, लेकिन मन में रेलवे पुलिस में कार्यरत अपने दादा के सपना को पूरा न कर पाने की एक कसक सी थी, जो उन्हें आगे बढ़ने के लिए प्रेरित कर रही थी। 

आदित्य ने कुछ समय तक जॉब की और फिर यूपीएससी की तैयारी करने का फैसला लिया। अपने दादा और पिता के सपने को पूरा करने के लिए आदित्य मोहन ने कोई कसर नहीं छोड़ी। उन्होंने इस परीक्षा में की तैयारी के लिए सेल्फ स्टडी और यूट्यूब के जरिए पढ़ाई की। इस दौरान पिता ने भी उन्हें गाइड किया।  

दूसरे प्रयास में मिली सफलता
आदित्य ने अपना पहला अटैम्प्ट 2022 में दिया, जिसमें वह फिजिकल क्लियर नहीं कर पाए। अपने लक्ष्य को पाने के लिए उन्होंने लगातार कोशिश जारी रखी। साल 2023 में उन्होंने बिना किसी कोचिंग की मदद से सफलता हासिल की और 29 रैंक लाकर खुद को साबित कर दिखाया।