लोगों से पौने 2 करोड़ की ठगी करने वाला नटवरलाल चढ़ा एसटीएफ के हत्थे
*किसी को यूनिवर्सिटी का वीसी लगवाने तो किसी को गवर्नर हाउस में नौकरी के नाम पर ठगा*
*ठग नरेंद्र चौधरी ने दिल्ली एवं कानपुर जैसी नामी यूनिवर्सिटीज के सीनियर प्रोफेसरों एवं दूरदर्शन के रिटायर्ड डीजी से लेकर रिटायर्ड फौजी तक को बनाया शिकार*
*सत्ता पक्ष के बड़े नेताओं के साथ फोटो दिखाकर लोगों पर प्रभाव बनाकर खुद को बहुत बड़ी हस्ती के तौर पर पेश करता था नरेंद्र चौधरी*
*पानीपत जिले के गांव हलदाना का रहने वाला है आरोपी नरेंद्र चौधरी पुत्र मांगेराम*
बहादुरगढ़, 6 सितम्बर : हरियाणा पुलिस की एसटीएफ के तेजतर्रार आईपीएस अधिकारी बी. सतीश बालन की सुपरविजन में बेहतरीन कार्य करते हुए आये रोज बड़ी-बड़ी उपलब्धियां हासिल करते हुए एसटीएफ अपराधियों को सलाखों के पीछे पहुंचा रही है। इसी कड़ी में बहादुरगढ़ एसटीएस ने एक ऐसे नटवरलाल को काबू किया है जो बड़े नेताओं के साथ अपनी सीधी जान पहचान एवं पहुंच का ढोंग करके लोगों को बड़े पदों पर आसीन करवाने का लालच देकर करोड़ों रुपये ठग चुका है। एसटीएफ द्वारा दबोचा गया आरोपी पानीपत जिले के गांव हलदाना का रहने वाला नरेंद्र चौधरी पुत्र मांगेराम है जिससे पूछताछ की जा रही है।
सरकारी प्रवक्ता के मुताबिक एसटीएफ महानिरीक्षक श्री सतीश बालन (IPS) एवं पुलिस अधीक्षक श्री सुमित कुमार (IPS), उप-पुलिस अधीक्षक श्री सुरेंद्र कुमार (HPS) के दिशा निर्देश में कार्य करते हुए बहादुरगढ़ एसटीएफ इंचार्ज इंस्पेक्टर विवेक मलिक की टीम ने आरोपी नरेंद्र चौधरी को काबू करने में सफलता पाई है। अभी तक की पूछताछ में आरोपी ने दिल्ली से लेकर असम एवं हरियाणा में ठगी की करीब आधा दर्जन वारदातें अंजाम देने की बात कबूल की है। उसके खिलाफ हाल ही में फरीदाबाद में ठगी का केस दर्ज हुआ था। बहादुरगढ़ एसटीएफ इंचार्ज इंस्पेक्टर विवेक मलिक को एक सीक्रेट इन्फॉर्मेशन मिली थी जिसपर श्री बालन एवं अन्य सीनियर अधिकारियों की सुपरविजन में बेहद तेजी से कार्य करते हुए इंस्पेक्टर मलिक की टीम ने इस नटवरलाल को धर दबोचा।
यह व्यक्ति पहले तो सामने वाले व्यक्ति पर बड़े-बड़े नेताओं के साथ अपने फोटो दिखा कर उन पर अपना प्रभाव जमाता और फिर यह प्रस्तुत कर्ता कि मेरे लिंक बहुत ऊपर तक हैं और मैं आसानी से पैसे लेकर कोई भी काम करवा देता हूं। अपने राजनीतिक पहुंच के भ्रमजाल में फंसा कर यह व्यक्ति किसी को विश्वविद्यालय का वीसी लगवाने के नाम पर ठग चुका है तो किसी को नौकरी दिलवाने के नाम पर।
*आरोपी नरेंद्र द्वारा अंजाम दी गयी ठगी*
1. दिल्ली युनिवर्सिटी के प्रोफेसर तरुण गुप्ता से 40 लाख रुपये श्रीनगर युनिवर्सिटी उत्तराखंड मे वाईस चांसलर के पद पर नियुक्त कराने के नाम पर लिए है।
2. प्रोफेसर तरुण गुप्ता के ही जानकार दिल्ली युनिवर्सिटी के एक प्रोफेसर से 40 लाख रुपये कुरुक्षेत्र युनिवर्सिटी मे वाईस चासंलर के पद पर नियुक्ती कराने के नाम पर लिए है।
3. कानपुर के प्रोफेसर राकेश त्रिवेदी से राजस्थान यूनिवर्सिटी के वाईस चांसलर पद पर नियुक्त कराने के लिए 50 लाख रुपये की धोखाधडी की है।
4. रिटायर्ड डीजी, दूरदर्शन विभाग गुहाटी से केंद्र सरकार के जल शक्ति विभाग में बडे पद पर नियुक्त कराने की एवज मे 12 लाख रुपये लिये हैं।
5. फरीदाबाद कोर्ट में तैनात एक ADA से 9 लाख रुपये में CP आफिस फरीदाबाद में ट्रासंफर कराने की एवज में लिए है।
6. भिवानी एरिया के एक फौजी से उसके लडके को गवर्नर हाउस मे नौकरी लगवाने की एवज मे 5 लाख रुपये लिए है।
7. शाहबाद के जसबीर को बैंक से एक करोड का लोन दिलवाने की एवज मे 4 लाख रुपये लिए हैं।
8. पंचकूला के एक व्यक्ति को नोकरी लगवाने की एवज में 7 लाख रुपए लिए जिस संबंध में सेक्टर 14 में FIR दर्ज है।
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