ISI हनीट्रैप में फसा एक शख्स, दो लड़कियों ने शादी का लालच देकर अंतरराष्ट्रीय बॉर्डर की ली जानकारी ​​​​​​​

 
ISI हनीट्रैप में फसा एक शख्स, दो लड़कियों ने शादी का लालच देकर अंतरराष्ट्रीय बॉर्डर की ली जानकारी  
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Breaking News : अक्सर, पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई द्वारा भारतीय सरकारी विभाग के कर्मचारियों और अन्य व्यक्तियों को हनीट्रैप में फंसाया जाता है। बदले में, हनीट्रैप में फंसे व्यक्ति से भारत की गोपनीय जानकारी मांगी जाती है। एक बार फिर, इस तरह का एक मामला सामने आया है।

आईएसआई के हनीट्रैप में फंस चुके शख्स को अंतरराष्ट्रीय बॉर्डर क्षेत्र की सामरिक महत्व की सूचनाएं साझा करने के मामले में गिरफ्तार किया गया है। इस संदर्भ में एक अधिकारिक बयान भी जारी किया गया है। अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस (इंटेलिजेंस) एस. सैंगाथिर के मुताबिक, आईएसआई हनीट्रैप के माध्यम से सैनिकों, पैरा मिलेट्री, रक्षा, विद्युत, रेले के कर्मचारियों, अंतरराष्ट्रीय सीमा क्षेत्र के पास रह रहे स्थानीय निवासियों समेत कई अन्य लोगों को निशाना बनाया जाता है।

बीकानेर का शख्स फंसा हनीट्रैप में

उन्होंने बताया कि निगरानी के दौरान पता चला कि भारत पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय सीमा के नजदीक आनंदगढ़ खाजूवाला में रह रहे नरेंद्र कुमार को सोशल मीडिया के माध्यम से पाकिस्तान के खुफिया एजेंसी पीआईओ (पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी) की 2 महिला हैंडलर्स के संपर्क में है। इस पर सीआईडी इंटेलिजेंस जयपुर की टीम ने कार्यवाही करते हुए निगरानी शुरू की।

निगरानी के दौरान पता चला कि नरेंद्र कुमार महिला एजेंट से फेसबुक और व्हाट्सऐप के माध्यम से निरंतर संपर्क में हैं और वह अंतरराष्ट्रीय सीमा क्षेत्र से जुड़ी सभी महत्व की सूचनाएं साझा कर रहा है। एजेंसियों ने नरेंद्र से पूछताछ की जब उसने बताया कि वह मूल रूप से बीकानेर में रहने वाला है। पूनम बाजवा नाम की एक लड़की के संपर्क में वह फेसबुक पर 2 साल पहले आया था। पूनम ने उसे अपना पता पंजाब के भटिंडा में बताया था। साथ ही पूनम ने यह भी बताया कि वह बीएसएफ में डाटा एंट्री ऑपरेटर के पद पर कार्यरत है।

इसके बाद, पूनम ने नरेंद्र को भविष्य में शादी का लालच दिया और कुछ समय बाद उसने अपना व्हाट्सऐप नंबर साझा किया। इसके बाद दोनों का संपर्क बढ़ता गया। नरेंद्र कुमार ने लगातार अंतरराष्ट्रीय सीमा से जुड़ी संवेदनशील सूचनाएं साझा करना शुरू किया, जैसे कि सड़कें, पुल, बीएसएफ पोस्ट, टावर, और आर्मी की गाड़ियों की तस्वीरें, प्रतिबंधित स्थानों की तस्वीरें शेयर करने लगा और इन तस्वीरों को इकट्ठा करके पाकिस्तान के हैंडलर को व्हाट्सऐप पर भेजने लगा।

नरेंद्र कुमार बीते कुछ समय से एक और पाकिस्तानी महिला हैंडलर के संपर्क में भी था। उस महिला हैंडलर ने अपना नाम सुनीता बताया और कहा कि वह दैनिक भास्कर मे स्थानीय पत्रकार हैं। वह भी नरेंद्र से बॉर्डर एरिया की सूचनाएं मांगती थी, जिन्हें नरेंद्र व्हाट्सऐप के जरिए शेयर करता था। आपको बता दें कि संवेदनशील सूचनाएं साझा करने वाले नरेंद्र कुमार को गिरफ्तार कर लिया गया है और मामले की जांच जारी है।