हरियाणा में प्रेम प्रसंग के शक में बेटे को मारने आए थे, बेटा छिपा तो बाप को उतार दिया मौत के घाट
Panipat crime news : हरियाणा के पानीपत में प्रेम प्रसंग के शक में युवक को मारने के लिए आए हत्यारों से युवक तो छिपकर अपनी जान बचा गया लेकिन आरोपियों के हात्थे युवक का पिता चढ़ गया और आरोपियों ने युवक के पिता को ही मौत के घाट उतार दिया। दरांत के साथ कई वार कर चार आरोपियों ने जान ले ली। पुलिस मामले की जांच में जुटी है।
जानकारी के अनुसार उत्तर प्रदेश के जिला कुशीनगर के माधोपुर बुजर्ग गांव के विश्वास गिरी पानीपत शहर के अर्जुन नगर में किराये के मकान में रहता था। उसके साथ छोटा बेटा पंकज भी रह रहा था। दोनों फैक्ट्री में काम करते थे। सामने अयोध्या के एमीआलपुर गांव के छोटेलाल परिवार सहित रहता है। छोटेलाल के बड़े बेटे अनूप को शक था कि उसकी 14 वर्षीय भांजी का पंकज के साथ प्रेम संबंध है।
राहुल ने बताया कि छोटे लाल के बड़े बेटे अनूप को शक था कि उसकी 14 वर्षीय भांजी के साथ पंकज का प्रेम प्रसंग है। अनूप पहले भी पंकज को जान से मारने की धमकी दे चुका था। शुक्रवार शाम को पांच बजे पंकज और विश्वास फैक्ट्री से कमरे पर लौटे और फिर बाजार में सामान खरीदने चले गए थे। पीछे से अनूप आया तो कमरा बंद था। वह पड़ोस की महिला को बोल गया कि वो पिता-पुत्र दोनों की हत्या कर देगा।
आगे बताया कि जैसे ही पिता-पुत्र कमरे पर लौटे तो अनूप ने झगड़ा शुरू कर दिया। वे दोनों (पिता-पुत्र) राहुल के दूसरे मकान पर आए और उसे अपने साथ बुलाकर ले गए। जैसे ही वे मकान के गेट के अंदर घुसे तो अनूप ने अपने छोटे भाई संदीप, प्रदीप और एक अन्य दोस्त के साथ मिलकर दरांत से पिता-पुत्र पर हमला कर दिया। उन्होंने विश्वास की गर्दन, सिर और चेहरे पर ताबड़तोड़ हमले किए।
आरोपियों ने बीच-बचाव के लिए आए राहुल पर भी हमला किया, जिसमें उसका भी हाथ जख्मी हो गया। हमले के कारण पंकज के पिता विश्वास की मौके पर मौत हो गई। पंकज दौड़ कर पड़ोसी के कमरे में छिप गया और अंदर से कुंडी लगाकर जान बचाई। घटना की सूचना मिलते ही डीएसपी धर्मबीर खर्ब और थाना पुराना औद्योगिक प्रभारी नरेंद्र कुमार एफएसएल टीम ने पहुंचकर छानबीन की। पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।
अनूप की बहन ने बताया कि उसकी बड़ी बहन की बेटी दो महीने से उनके साथ रह रही है। भांजी की पड़ोसी पंकज के साथ दोस्ती थी। भांजी के बालिग होने पर दोनों ने शादी करने का प्लान बनाया था। एक महीना पहले भाई अनूप को इसका पता लग गया और उसने भांजी की पिटाई की थी। तब भांजी ने कहा था कि वो पंकज से बात नहीं करेगी। इसके बाद ही भांजी को छोड़ा था।