हरियाणा में साइबर ठगों का गिरोह सक्रिय, इस तरह के तरीके अपनाकर लोगों को बना रहे शिकार

 
हरियाणा में साइबर ठगों का गिरोह सक्रिय, इस तरह के तरीके अपनाकर लोगों को बना रहे शिकार
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हरियाणा ठगों को गैंग सक्रिय है। ठग लोगों को शिकार बना कर उनकी मेहनत की कमाई लुटने का काम कर रहे हैं। साइबर क्राइम करने वाले युवतियों के नाम से वाट्सएप व फेसबुक पर आइडी से फ्रेंड रिक्वेस्ट बनाकर ठगी करते हैं। यह अपराधी चैटिंग करना शुरु कर देते हैं।

हरियाणा में साइबर ठगों का गिरोह सक्रिय, इस तरह के तरीके अपनाकर लोगों को बना रहे शिकारइंटरनेट मीडिया पर साइबर गैंग के लोगों का कहर।

हरियाणा में साइबर क्राइम करने वाले नए-नए तरीके इजाद कर रहे हैं। किसी को न्यूड वीडियो वायरल करने के नाम पर, तो किसी से फेसबुक पर रिश्तेदार बनकर ठगी कर रहे हैं। इस तरह के मामले भी पुलिस के सामने आ रहे हैं। जिसे देखते हुए पुलिस की ओर से समय-समय पर बचाव के लिए एडवाइजरी जारी की जा रही है। इसके बावजूद भी लोग ठगी का शिकार हो रहे हैं। एसपी मोहित हांडा का कहना है कि यह इंटरनेट का युग है। हर व्यक्ति कंप्यूटर व मोबाइल से जुड़ा है। आमजन को साइबर अपराधों से बचने के लिए जागरूक रहना होगा, क्योंकि इससे बचाव के लिए जागरूकता ही सबसे बड़ा हथियार है।

इस तरह के साइबर अपराध आ रहे सामने

साइबर क्राइम करने वाले युवतियों के नाम से वाट्सएप व फेसबुक पर आइडी से फ्रेंड रिक्वेस्ट बनाकर ठगी करते हैं। यह अपराधी चैटिंग करना शुरु कर देते हैं। लोगों के पास वीडियो काल कर न्यूड वीडियो बना लेते हैं। जिसे वायरल करने के धमकी देकर रुपयों की मांग कर ठगी की जाती है। यह आरोपित अपने फोन में स्क्रीन रिकोर्डर आन करके युवकों की विडियो रिकार्ड कर लेते हैं।

उसके बाद बैकग्राउंड में पहले से बनाई गई लडकी के न्यूड विडियो को प्ले कर देते हैं। इसलिए इंटरनेट मीडिया के अकाउंट प्रोफाइल को हमेशा लाक रखें। अकाउंट प्रोफाइल पर प्राइवेसी सेटिंग करके रखें। अंजान नंबर से आई विडियो काल को रिसीव न करें। यदि गलती से काल रिसीव हो गई है, तो कैमरा फ्रंट की तरफ रखें।यदि वीडियो यूट्यूब पर अपलोड हो गई है, तो उस पर रिपोर्ट कर दें। जिससे यूट्यूब उस विडियो को हटा देगा।

फेसबुक पर रिश्तेदार बनकर ठग रहे शातिर

इसी तरह से फेसबुक पर किसी रिश्तेदार की फेसबुक आइडी से संदेश भेजकर पैसों की डिमांड किए जाने के मामले सामने आ रहे हैं। इस तरह के मामलों में सड़क हादसे, अस्पताल में दाखिल होने जैसा भावुक मैसेज किया जाता है और पैसे की मांग की जाती है। गुगल पे या फोन पेप नंबर भेजकर पैसे डलवाने का झांसा दिया जाता है। यदि इस प्रकार से संदेश आता है, तो उसकी अच्छे से पड़ताल कर ली जाए। काफी मामलों में ठग काल करके कुछ कामन नाम बताकर बात करते हैं। यहां तक कहा जाता है कि वह उसे भूल गया है। कामन नाम होने की वजह से ठग झांसे में ले लेता है। इसके बाद लिंक खाते से पैसे साफ कर देते हैं।

यहां पर कर सकते हैं शिकायत

यदि किसी के साथ साइबर अपराध हुआ है, तो वह इसकी शिकायत नेशनल साइबर क्राइम पोर्टल cybercrime.gov.in पर दर्ज करवाएं। जिला में स्थापित साइबर क्राइम थाना, नजदीक पुलिस चौकी या पुलिस स्टेशन पर अपनी शिकायत दर्ज कराएं। जिला में साइबर सेल और साइबर हेल्प डेस्क गठित है। इसके साथ ही साइबर ठगी होने पर तुरंत 1930 नंबर हेल्पलाइन पर काल की जा सकती है। जिससे पैसा वापस मिल जाएगा।