Haryana News: शर्मनाक! देसी दवाखाने की आड़ में चल रहा था भ्रूंण लिंग जांच का धंधा, PNDT टीम ने दो धरे, जानिए इस तरह से हो रही थी जांच
गर्भ में पल रहे बच्चे लड़का है या लड़की इसकी जांच कराना कानूनी अपराध है और इस मामने में जांच कराने वाले और जांच करने वाले डॉक्टर के खिलाफ सख्त कार्रवाई का प्रावधान है। इसके बावजूद भी हरियाणा में भू्रण जांच का सिलसिला जारी है। लोग बेटे की चाह में इतने अंधे हैं कि पुलिस कानून इसके लिए कोई मायने नहीं रखता।
ताजा मामला हरियाणा के सिरसा के सिरसा से सामने आया है जहां पीएनडीटी की टीम ने ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया है जो पेशाब को हथेली में लेकर उसमें दवाई मिलाकर ये बताता था कि भ्रूण का लिंग क्या है। दोनों टेंट लगाकर चूरन व देसी दवाई बेचने का काम करते हैं। स्वास्थ्य विभाग ने मामले की शिकायत सिविल लाइन थाना पुलिस को दी है। इसके बाद पुलिस ने पीएनडीटी सहित विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है।
पीएनडीटी टीम के इंचार्ज दीपक कंबोज ने बताया कि शहर के बरनाला रोड पर एक तंबू लगाकर देसी दवाई बेचने वाले व्यक्ति की भ्रूण लिंग जांच करने की शिकायत आई थी। इसके बाद उन्होंने जमाल एमओ डॉ. संकेत सेतिया, दड़बा एमओ डॉ. अवतार सिंह की टीम का गठन किया और एक डिकोय तैयार किया। टीम के सदस्य डिकोय को लेकर बरनाला रोड स्थित आरोपी पाली नाथ निवासी बप्पा के पास पहुंचे।
यहां पर पाली ने पहले डिकोय की नब्ज की जांच की। इसके बाद उसने महिला के गर्भ में लड़की होने की आशंका जाहिर की। ऐसे में उसने भ्रूण लिंग जांच के लिए अन्य व्यक्ति को बुलाने की बात कही और 25 हजार रुपये लगने का कहा। टीम ने आरोपी को 25 हजार रुपये जमा करवा दिए।