Atiq Ahmed murder case: अतीक अहमद और अशरफ अहमद हत्याकांड में नया खुलासा, हमलावरों को दिए गए थे लाखों रूपए एडवांस
Atiq Ahmed murder case: अतीक अहमद और अशरफ अहमद हत्याकांड में एक और नया खुलासा हुआ है। हमलावरों ने लाखों रूपए एडवांस मिलने की बात मानी है।
सूत्रों ने बताया कि हमलवारों को दोनों की हत्या के लिए सुपारी दी गई थी। अतीक और अशरफ की हत्या में शामिल तीनों आरोपियों को एडवांस में 10-10 लाख रुपए भी मिले थे।
तीनों में से एक आरोपी मोहित उर्फ सनी जेल में ही हैंडलर के संपर्क में आया था, जहां उसे मर्डर की सुपारी दी गई थी। यह बात भी पता चली है कि हैंडलर ने ही तीनों को पिस्टल और कारतूस भी मुहैया कराए थे।
अतीक अहमद और अशरफ की हत्या में लवलेश तिवारी (बांदा), मोहित उर्फ सनी (हमीरपुर) और अरुण मौर्य (कासगंज) के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है।
पुलिस ने बताया कि तीनों आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धाराओं 302 (हत्या) और 307 (हत्या के प्रयास) के अलावा आयुध अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है।
पुलिस ने तीनों आरोपियों को रात में ही पकड़ कर घटना में प्रयुक्त असलहों को बरामद कर लिया था।
तीनों हमलावर जानते हैं एक दूसरे को
सूत्रों के मुताबिक, तीनों ही हमलावर एक-दूसरे को पहले से जानते थे। सनी और लवलेश की मुलाकात बांदा जेल में हुई थी, बाद में दोनों में दोस्ती हो गई, जबकि सनी और अरुण पहले से दोस्त थे और सनी ने ही लवलेश की अरुण से दोस्ती कराई थी। अतीक (60) और उसके भाई अशरफ की शनिवार रात हमलावरों ने उस समय गोली मारकर हत्या कर दी थी, जब पुलिस दोनों को चिकित्सकीय जांच के लिए प्रयागराज मेडिकल कॉलेज ले जा रही थी।
अतीक और अशरफ को गोली मारने वालों की जानकारी
शूटर नंबर 1 : लवलेश तिवारी – अतीक को पहली गोली मारने वाला लवलेश तिवारी बांदा का रहने वाला है और उसके खिलाफ गुंडागर्दी और झगड़े के 406 मुकदमें दर्ज हैं. लवलेश के पिता पेशे से ड्राइवर हैं और उसका परिवार किराए के मकान में रहता है। वह
2 साल बांदा जेल में कैद भी रहा है।
शूटर नंबर 2 : अरुण मौर्या – अरुण मौर्या कासगंज के सोरो के कादरबाड़ी गांव का रहने वाला है. अरुण पर 3 से ज्यादा केस दर्ज हैं. 2014-15 जीआरपी सिपाही की हत्या मामले में भी वह आरोपी है. इसी मामले में अरुण मौर्या उर्फ कालिया जेल जा चुका है।
शूटर नंबर 3 : मोहित उर्फ सनी – सनी हमीरपुर का रहने वाला है और ऐसा शक है कि इसका संबंध किसी बड़े गैंग के साथ है. 6 माह पहले ही सनी जेल से बाहर आया था. उसने 12 साल पहले अपना घर छोड़ दिया था. बताया जा रहा है कि सनी सुंदर भाटी गैंग के लिए भी काम कर चुका है।