Anil Dujana Love Story : बेहद दिलचस्प है अनिल दुजाना की लव स्टोरी, कोर्ट में सगाई कर सबको हैरत में डाल दिया था

 
अनिल दुजाना
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हम चर्चा कर रहे हैं अनिल दुजाना की लव स्टोरी की, जो बेहद दिलच्सप है। आइए जानते हैं।

वेस्ट यूपी समेत दिल्ली-एनसीआर में खौफ रखने वाले गैंगस्टर अनिल दुजाना को एसटीएफ ने मार गिराया है। 75 हजार का इनामी अनिल दुजाना कुछ दिनों पहले ही जेल से बाहर आया था, जिसके बाद से STF उसके पीछे लगी हुई थी। ये बदमाश पिछले 30 साल से यूपी पुलिस के लिए चुनौती बना हुआ था। ये वो माफिया था जिसके जुर्म का कोई हिसाब नहीं था। हम चर्चा कर रहे हैं अनिल दुजाना की लव स्टोरी की, जो बेहद दिलच्सप है। आइए जानते हैं।

गैंगस्टर अनिल दुजाना ने साल 2019 में एक मामले की पेशी के बाद कोर्ट परिसर में पूजा नाम की एक लड़की से मंगनी की थी। पश्चिमी यूपी के सबसे वांछित अपराधियों में शामिल रहे अनिल दुजाना ने फरवरी, 2019 में गौतमबुद्धनगर की सूरजपुर अदालत के परिसर में बागपत की पूजा से सगाई की थी। 4 साल पुरानी इस घटना पर एक पुलिस अफसर ने कहा कि पुलिस टीम कोर्ट में थी और तभी एक दम से नाटकीय मोड़ आया। अनिल दुजाना के कुछ सपोर्टर और साथी कपल के लिए फूलों की मालाएं लेकर कोर्ट पहुंचे। उन्होंने ये भी बताया कि सगाई के 2 साल बाद अनिल ने पूजा से शादी की थी।

बता दें कि एसटीएफ को सुराग लगा कि अनिल दुजाना जेल से बाहर आने के बाद फिर से बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक में है। दुजाना भाग रहा था लेकिन STF उसका साए की तरह पीछा कर रही थी। सूचना मिली कि अनिल दुजाना अपने साथियों से मिलने बागपत से मुजफ्फरनगर जा रहा है, जिसके बाद उसका पीछा किया गया। मेरठ के जानीखुर्ज इलाके में गैंगस्टर को घेर लिया गया। भागने के चक्कर में उसकी कार हादसे का शिकार हो गई, जिसके बाद अनिल दुजाना ने STF की टीम पर फायरिंग शुरू कर दी। उसने 15 से 20 राउंड फायरिंग की। STF की टीम ने भी जवाब में फायर दागे। एनकाउंटर में अनिल दुजाना पुलिस की गोलियों का शिकार हो गया।

जानकारी के अनुसार, एनकाउंटर के बाद फॉरेंसिक टीम मौके पर पहुंची और सबूत जुटाए। गैंगस्टर अनिल दुजाना दिल्ली नंबर की लग्जरी कार में सवार था। एनकाउंटर के बाद उसके पास से लग्जरी कार, एक 32 बोर की पिस्टल, एक 30 बोर की पिस्टल और भारी मात्रा में कारतूस बरामद किए गए। अनिल दुजाना यूपी के उन टॉप माफिया और गैंगस्टर्स में शामिल था, जिनका हिसाब करने के लिए योगी सरकार की तरफ से खुली छूट थी। जिसके बाद जेल से बाहर आते ही पुलिस मुख्यालय और शासन स्तर पर दुजाना की मॉनिटरिंग की जा रही थी।