Shraddha murder case: आफताब को लेकर जा रही पुलिस की गाड़ी पर पांच तलवारों से हुआ हमला, दो आरोपी पकड़े गए
श्रद्धा मर्डर केस के आरोपी आफताब पर पांच तलवार से हमले की कोशिश हुई। अस्पताल ले जाते वक्त पुलिस की गाड़ी पर कुछ नाराज लोगों ने तलवार से हमला कर दिया। हमला करने वालों ने गोली मारने की भी धमकी दी। आफताब की सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मियों ने हथियार निकाले। हमले के दौरान एफएसएल दफ्तर के बाहर जमकर हंगामा हुआ।
पुलिस ने दो लोगों को पकड़ा
श्रद्धा हत्याकांड से नाराज दस लोगों ने हमला किया। पुलिस ने दो आरोपियों को हिरासत में ले लिया है। हमलावर हिंदू सेना से होने का दावा कर रहे हैं। हमला करने वाले हथौड़ा और तलवार लेकर आए थे। पकड़े गए आरोपियों का कुलदीप और निगम गुज्जर नाम है। दोनों हरियाणा के रहने वाले हैं।
पुलिस वैन पर हमला किया
पुलिस ने एक ओर हमलावरों को भगाने के लिए सिर्फ सरकारी गन लहराई। वहीं हमलावरों के हाथों में तलवारें थीं, जिसे वे बड़े आक्रोश के साथ लहरा रहे थे। दिल्ली पुलिस के वैन में पीछे बैठने वाले कांस्टेबल ने सबसे पहले इनिशिएटिव लिया और अपनी सरकारी रिवॉल्वर निकालकर हमलावरों को धमकाकर पीछे हटाया। हालांकि हमलावर लगातार पीछा करते रहे और आगे भी पुलिस वैन पर हमला किया।
#WATCH | Police van carrying Shradhha murder accused Aftab Poonawalla attacked by at least 2 men carrying swords who claim to be from Hindu Sena, outside FSL office in Delhi pic.twitter.com/Bpx4WCvqXs
— ANI (@ANI) November 28, 2022
जेल वैन में 5 पुलिसकर्मी मौजूद थे
कैदियों को FSL ले जाने का जिम्मा दिल्ली पुलिस की 3rd बटालियन का होता है। पुलिस के मुताबिक आफताब के साथ जेल वैन में 5 पुलिसकर्मी मौजूद थे। इन 5 पुलिसकर्मियों में एक सब इंस्पेक्टर था जो इनका हेड था। दो पुलिसकर्मी बड़े हथियारों के साथ थे जबकि 2 के पास छोटे हथियार थे। डीसीपी 3rd बटालियन ने बताया कि जेल वैन बेहद सुरक्षित होती है इसके बावजूद भी दिल्ली पुलिसकर्मियों ने साहस और सूझबूझ का परिचय देते हुए आफताब की गाड़ी को बाहर निकाल लिया।
हिंदू सेना ने क्या कहा?
इस हमले के बाद हिंदू सेना का भी जवाब आया। हिंदू सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष विष्णु गुप्ता ने कहा, ''दिल्ली पुलिस ने बताया कि हिंदू सेना के कार्यकर्ताओं ने रोहिणी कोर्ट के बाहर आफताब पर हमला करने की कोशिश की। इन कार्यकर्ताओं ने जो कुछ भी किया है वह उनकी निजी भावना है। पूरा देश देख रहा है कि कैसे आफताब ने एक हिंदू लड़की के टुकड़े-टुकड़े कर डाले। संस्था ऐसे किसी भी काम का समर्थन नहीं करती है जो भारत के संविधान के खिलाफ हो। हम भारत के कानून को मानते हैं।''