Case Against Dowry: रात को दिए 7 वचन सुबह तोड़ डाले, दहेज की मांग पूरी नहीं होने पर दुल्हनों को छोड़ लौटे दूल्हे

 
Case Against Dowry: रात को दिए 7 वचन सुबह तोड़ डाले, दहेज की मांग पूरी नहीं होने पर दुल्हनों को छोड़ लौटे दूल्हे
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भरतपुर जिले के बयाना थाना इलाके में हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. यहां 2 दूल्हे सात फेरे लेने के बाद दहेज की मांग पूरी नहीं होने पर बिना दुल्हनों को लिये ही बारात को लेकर वापस लौट हो गये. इससे शादी के घर में हड़कंप मच गया. बाद में मामले का कोई समाधान होता नहीं देखकर आहत हुये दुल्हनों के परिजन थाने पहुंचे और वहां दूल्हे के परिजनों के खिलाफ दहेज का मामला दर्ज कराया. पुलिस पूरे मामले की जांच में जुटी है.

पुलिस के अनुसार घटना बयाना थाना इलाके के सिकंदरा गांव की है. सिकंदरा निवासी शिवशंकर और उसके भाई हरिशंकर की बेटियों की 10 मई को शादी हुई थी. उनकी बारात गढ़ी बाजना थाना इलाके के रामपुरा से आई थी. बारात लेकर आए दूल्हे गौरव और पवन तथा बारात का दुल्हनों के परिजनों ने जोरदार स्वागत किया. शादी की सभी रस्में विधि विधानपूर्वक हंसी खुशी निभाई गई. रात को दोनों बेटियों के सात फेरे भी हो गए थे.

विदाई के वक्त दहेज के लिए अड़े
दोनों दुल्हनों के पिता ने मिलकर दोनों दूल्हों को एक बाइक, सोने के जेवर घर गृहस्थी का सामान और फर्नीचर दहेज में दिया था. अगले दिन सुबह 11 मई को जब बारात की विदाई वक्त आया तो दूल्हों के पिता जलसिंह और उदय सिंह ने अपने भाई और अन्य रिश्तेदारों के साथ मिलकर दुल्हनों के पिता से दहेज की मांग कर डाली. उन्होंने कहा कि दो बाइक और सोने के जेवरात सहित 5 लाख रुपये दहेज में दिया जाए. दहेज मिलने के बाद ही वह दोनों दुल्हनों को विदा करा कर ले जाएंगे.

रिश्तेदार भी भावुक हो गये, लेकिन कुछ नहीं कर पाये
इससे दुल्हनों के परिजन सकते में आ गये. उन्होंने दूल्हों के परिजनों को समझाने का काफी प्रयास किया, लेकिन वे टस से मस नहीं हुये. दहेज की मांग पूरी करने में दुल्हनों के पिता ने असमर्थता जताई तो दूल्हे और उनके परिजन दुल्हनों को लिए बिना ही बारात लेकर वापस लौट गए. अब इस पूरे मामले में बयाना थाना पुलिस जांच कर रही है. इस घटना से दुल्हनों की शादियों में आये रिश्तेदार भी काफी भावुक हो गये, लेकिन वे कुछ कर नहीं पाये.