UPSC Result 2022: UPSC रिजल्ट में 44वें रैंक पर घमासान, दो युवकों ने किया दावा, दोनों का नाम और रोल नंबर एक जैसा, मामला दर्ज

 
UPSC रिजल्ट में 44वें रैंक पर घमासान, दो युवकों ने किया दावा, दोनों का नाम और रोल नंबर एक जैसा, मामला दर्ज
WhatsApp Group Join Now

UPSC Result2022:  यूपीएससी का परिणाम घोषित होने के बाद रेवाड़ी के तुषार कुमार का 44वां रैंक आया तो शहर में बधाइयां देने वालों का तांता लग गया। लेकिन यह सब खुशियां उस समय थम गई  जब बिहार के रहने वाले तुषार कुमार ने रेवाड़ी के तुषार कुमार पर 420 ई का केस दर्ज करा दिया ।

रेवाड़ी के तुषार का फोन आ रहा बंद
 
रेवाड़ी की सती कॉलोनी निवासी तुषार कुमार को जब इस बात का पता चला तो वह कल दिल्ली स्थित यूपीएससी के कार्यालय पूरी छानबीन के लिए पहुंचा। वह घर पर अपनी भाभी से यह बोल कर गया था कि भाभी मैं जा रहा हूं तुम अपना ख्याल रखना और उसके बाद से ही तुषार का फोन बंद आ रहा है। परिजनों को उसकी चिंता हो रही है। तुषार के भाई राहुल सैनी ने बताया कि वह डिप्रेशन में है ऐसे में कुछ भी हो सकता है क्योंकि दोनों का रोल नंबर एक ही आना यह तो विभागीय गलती है, जबकि उस पर बिहार के तुषार कुमार ने धोखाधड़ी करने का आरोप लगाया है यह सरासर गलत है। 

किसी एक का एडिमट कार्ड फर्जी है

दरअसल संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) रिजल्ट में 44वीं रैंक पाने वाले तुषार कुमार नाम के दो अभ्यर्थियों के बीच विवाद हो गया। एक हरियाणा के रेवाड़ी जिले के रहने वाले तुषार है तो दूसरे बिहार के भागलपुर निवासी तुषार कुमार है। दोनों के एडमिट कार्ड में रोल नंबर भी सेम है।

44वीं रैंक पर दावा 

दोनों 44वीं रैंक पर खुद का दावा कर रहे हैं। भागलपुर के तुषार कुमार ने दूसरे तुषार कुमार के एडमिट कार्ड को फर्जी करार दिया है। इसके साथ ही बिहार के कैमूर (भभुआ) के एसपी को इसकी शिकायत भी दर्ज कराई गई है। वहीं दूसरी तरफ रेवाड़ी निवासी तुषार कुमार इस पूरे मामले को क्लियर करने के लिए गुरुवार को दिल्ली स्थित यूपीएससी के मुख्यालय में पहुंचे हैं।

जानिए दोनों तुषार का क्या कहना है

2 दिन पहले जब UPSC का रिजल्ट आया तो रेवाड़ी शहर की सत्ती कॉलोनी में रहने वाले तुषार कुमार पुत्र स्वर्गीय बृजमोहन के घर बधाई देने वालों का तांता लग गया। हर तरफ तुषार की काबिलियत की तारीफ होने लगी। क्योंकि तुषार ने 12वीं तक की पढ़ाई सरकारी स्कूल में की। 

इसके बाद केएलपी कॉलेज से बीकॉम की और फिर यूपीएससी की तैयारी शुरू की। इस दौरान उनकी मां और पिता का निधन हो गया। बेहद गरीब परिवार से तालुक रखने वाले तुषार कुमार ने दावा किया कि वह ही वो तुषार है, जिसने यूपीएससी में 44वां रैंक तीसरे प्रयास में पाया है।

बिहार के तुषार का दावा

बिहार के भागलपुर निवासी तुषार कुमार ने रेवाड़ी के तुषार के दावे को गलत और भ्रमित करने वाला बताया है। उन्होंने कहा कि हरियाणा के तुषार का एडमिट कार्ड ही फर्जी है, उसे एडिट कर बनाया गया है। उसमें यूपीएससी का वाटर मार्क भी नहीं है।