शादी के 9 साल बाद भारतीय क्रिकेटर अपनी पत्नी से हुए अलग, पत्नी को सताने लगा था इस बात का डर.....

 
shikhar dhawan 9 sep 2021
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Chopal Tv, New Delhi

कहते है जोड़ियां भगवान के घर बनती हैं लेकिन जब रिश्ते सही लोगों से ना जुड़े तो एक वक्त पर टूट जाते हैं। ऐसी ही एक फेमस जोड़ी है जो 9 साल के बाद टूट गई है। हम बात कर रहे हैं भारतीय क्रिकेट टीम के सलामी बल्लेबाज शिखर धवन की।

शादी के 9 साल बाद शिखर धवन और उनकी पत्नी आयशा मुखर्जी का तलाक हो गया है। तलाक की जानकारी खुद आयशा ने इंस्टाग्राम पर पोस्ट करके दी। इसके पहले भी आयशा की पहली शादी भी टूट चुकी है। आयशा ने शिखर धवन से तलाक के बाद अपने अनुभव और तकलीफों को पोस्ट कर बयां किया।

आयशा ने लिखा कि, 'शब्दों के इतने शक्तिशाली अर्थ और जुड़ाव कैसे हो सकते हैं। मैं एक तलाकशुदा के रूप में इसका अनुभव पहले भी कर चुकी हूं। मैं अपने पहले तलाक से बहुत ज्यादा डर गई थी। मुझे लगा जैसे मैं असफल हो गई हूं और उस वक्त कितना गलत कर रही थी.'

आयशा ने लिखा, 'मुझे लगता था जैसे मैंने सभी को कितना नीचा दिखाया है और बहुत स्वार्थी होने जैसा महसूस किया। मुझे ऐसा लगता था जैसे मैंने अपने परिजनों को नीचा दिखाया है। अपने बच्चों को नीचा दिखाया है और यहां तक कि भगवान को भी नीचा दिखाया है। तलाक एक बहुत ही बुरा शब्द है.'

उन्होंने आगे लिखा कि, 'अब जरा सोचिए, मुझे दूसरी बार इस रास्ते से गुजरना होगा। वाओ...ये बड़ा डरावना है। पहली बार तलाक के अनुभव से मुझे महसूस हुआ कि दूसरी बार में भी मेरा बहुत कुछ दांव पर लगा हुआ है। मेरे पास साबित करने के लिए और भी बहुत कुछ था।

मेरे लिए दूसरी शादी टूटना वाकई बेहद डरावना अनुभव था। इसका डर, असफलता और निराशा 100 गुना ज्यादा हैं। मेरे लिए इसके क्या मायने हैं? ये सब मुझे और मेरी शादीशुदा जिंदगी को कैसे परिभाषित करता है?'

'खैर, एक बार इस पड़ाव से गुजरकर जब मैं बैठ गई और खुद को देखने लगी तो लगा मैं ठीक हूं। दरअसल, मैं सही कर रही थी। ऐसा लगा जैसे मेरा पूरा डर ही गायब हो गया। मैं खुद को बड़ा ताकतवर महसूस करने लगी। मैंने महसूस किया कि डर और तलाक शब्द को मैंने जो अर्थ दिया था, वो मैंने खुद से किया था।

उन्होंने अलग-अलग पोस्ट कर अपना डर बयान किया उन्होंने लिखा कि, ‘इसलिए एक बार जब मुझे इसका एहसास हो गया तो मैंने तलाक शब्द और अनुभव को उस तरह से परिभाषित करना शुरू कर दिया, जिस तरह से मैं इसे देखना और अनुभव करना चाहती थी.'

तलाक का अर्थ है- खुद को चुनना और शादी के लिए अपनी खुद की जिंदगी का बलिदान ना देना। तलाक का अर्थ है- आप पूरी कोशिश करिए और कई बार आपकी बेहतर कोशिश काम नहीं करती है, लेकिन ये भी ठीक है। तलाक का अर्थ है- मेरे रिश्ते बहुत अच्छे थे जिन्होंने मुझे नए रिश्तों में आगे बढ़ने के लिए बहुत अच्छा सबक सिखाया।

तलाक का अर्थ है- मैंने जितना सोचा था मैं उससे कहीं ज्यादा मजबूत हूं और असल मायने में तलाक का मतलब वही है जो अर्थ आप इसे देते हैं। इसके बाद एक नए पोस्ट में आयशा ने लिखा, 'मैं ऐसी कई महिलाओं के साथ काम करती हूं जो तलाक के दौरान या बाद में रिश्ता खत्म होने के डर का अनुभव कर रही हैं क्या आपके साथ भी ऐसा है?

अगर हां तो मैं आपको बताना चाहती हूं कि ये बहुत ही नॉर्मल है। ऐसा मत सोचिए कि इस रास्ते से आप अकेले गुजर रहे हैं या आपके साथ कुछ गलत हो गया है। आयशा ने लिखा, 'आपके साथ कुछ भी गलत नहीं हुआ है।

कई बार चीजें और लोग आपकी जिंदगी से दूर चले जाते हैं, क्योंकि अब वे आपके साथ जुड़े नहीं हैं. रिश्ते कई बार इसलिए टूट जाते हैं, क्योंकि वे आपके जुड़े रहने पर ही आधारित होते हैं.'  उन्होंने आगे लिखा, 'कई बार रिश्ते इसलिए भी टूट जाते हैं क्योंकि लोग परिस्थितियों के साथ अजीब और असहज महसूस करने लगते हैं और उन्हें एक पक्ष चुनने के लिए लिए सोचना पड़ता है।

कई रिश्ते इसलिए टूट जाते हैं, क्योंकि इन्हें शुरू करने के लिए वे बहुत मजबूत नहीं होते हैं.' कई बार रिलेशनशिप इसलिए टूट जाते हैं क्योंकि इसका फैसला तलाक से ही हो सकता है. रिश्ते कई बार इसलिए भी खत्म हो जाते हैं, क्योंकि वास्तव में आप एक-दूसरे से आगे निकल जाते हैं।

रिलेशनशिप में बदलाव या इसके टूटने की कई वजह होती हैं. इसलिए अच्छा है कि आप लोगों को जज ना करें. इसे बदलाव का एक हिस्सा मानकर स्वीकार करें और आगे बढ़ें.' 'ऐसा होने के बाद आप अपनी जिंदगी में नए रिश्तों को आने की अनुमति देते हैं।

जिंदगी में नए दोस्तों को जगह देते हैं। कुछ पुराने रिश्ते और भी ज्यादा गहरे होते हैं। नए लोग दिखाई देंगे और मिलेंगे। अपने आप से एक गहरा जुड़ाव महसूस होने लगेगा.' इंस्टाग्राम पर अपनी तीसरी पोस्ट में आयशा ने लिखा, 'अच्छा महसूस करने के लिए आप क्या करते हैं?

क्या अपने आपको रीचार्ज करने या खुद की देखभाल करने की आपको डेली प्रैक्टिस है? क्या आप अपने स्वास्थ या सही होने को प्राथमिकता देते हैं.' 'एक चीज जो मैं रोजाना करती हूं वो है- प्रकृति के बीच जाना और खुद को जमीन पर उतारना। प्रकृति में बहुत सारे फायदे और शक्तिशाली गुण छिपे हैं। मैं प्रकृति के बीच बहुत सारा समय गुजारती हूं और अपने बच्चों को भी ऐसा करने के लिए प्रेरित करती हूं.'