Reused Cooking Oil: अगर आप अपने दिल और दिमाग से प्यार करते हैं तो ये काम कभी न करें
 

हम अक्सर कई ऐसी चीजें खाते हैं जिनमें तेल का इस्तेमाल होता है।
 

हम अक्सर कई ऐसी चीजें खाते हैं जिनमें तेल का इस्तेमाल होता है। भारतीय व्यंजनों में लोग तला हुआ खाना जैसे पकौड़े, पूरी, भटूरे आदि बड़े चाव से खाना पसंद करते हैं। बाहर मिलने वाले जंक फूड में एक ही तेल को कई बार इस्तेमाल किया जाता है यानी तेल बचाने के लिए इसे दोबारा इस्तेमाल किया जाता है। आमतौर पर छोले भटूरे, फ्रेंच फ्राइज जैसे व्यंजनों को डीप फ्राई करने के लिए हर बार नए तेल का इस्तेमाल नहीं किया जाता है. इसके पीछे का मकसद तेल की खपत कम करके पैसे बचाना है, लेकिन इसकी कीमत आपको अपनी सेहत से चुकानी पड़ सकती है।

अध्ययन में क्या पाया गया?
एक हालिया अध्ययन में पाया गया है कि इस्तेमाल किए गए तेल का दोबारा इस्तेमाल करने से न्यूरोडीजेनेरेटिव बीमारियों का स्तर बढ़ जाता है। न्यूरोडीजेनेरेटिव रोग तंत्रिका तंत्र से संबंधित रोग हैं। अध्ययन चूहों पर किया गया और पाया गया कि जिन चूहों को दोबारा इस्तेमाल किया गया तेल खिलाया गया, उनमें मानक आहार खाने वाले चूहों की तुलना में न्यूरोडीजेनेरेटिव बीमारी का स्तर काफी अधिक था।

इसके पीछे कारण यह था कि दोबारा इस्तेमाल किए गए तेल के इस्तेमाल से लिवर, मस्तिष्क और आंत की धुरी में गड़बड़ी हो सकती है। हमारी आंत की कई नसें सीधे मस्तिष्क से जुड़ी होती हैं, इसलिए एक ही तेल को बार-बार गर्म करके बनाया गया खाना खाने से न्यूरोडीजेनेरेटिव रोग हो सकते हैं। दोबारा इस्तेमाल किए गए तेल का सेवन करने से लिवर में सूजन और ऑक्सीडेटिव तनाव बढ़ जाता है, जिससे मस्तिष्क स्वास्थ्य प्रभावित होता है।

इस अध्ययन से पता चला है कि दोबारा गर्म किया हुआ तेल खाने से कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड का स्तर काफी बढ़ जाता है। खाना पकाने के तेल के बार-बार इस्तेमाल से भी सूजन बढ़ जाती है, जिससे लिवर और कोलन को काफी नुकसान होता है। इससे हृदय रोग और मेटाबोलिक रोग भी हो सकते हैं। कोलेस्ट्रॉल बढ़ने के कारण दोबारा गर्म किया गया तेल लिवर के लिए बहुत हानिकारक साबित हो सकता है। इसके कारण नॉन-अल्कोहलिक फैटी लीवर और कोई अन्य क्रोनिक लीवर रोग भी हो सकता है।
लीवर की देखभाल कैसे करें?
खाना पकाने के तेल का दोबारा इस्तेमाल करने से सबसे ज्यादा असर लिवर पर पड़ता है। अपनी डाइट में ऐसी चीजों को शामिल करें, जो लिवर को फायदा पहुंचाएं। साथ ही जीवनशैली में स्वस्थ बदलाव करने से भी लिवर को स्वस्थ रखने में मदद मिल सकती है।

ओमेगा-3 फैटी एसिड जैसे स्वस्थ वसा की मदद से लीवर स्वस्थ रहता है। इसके अलावा यह सूजन को कम करने में भी मदद करता है। इसके अलावा व्यायाम करें और शराब तथा अधिक तले हुए भोजन से दूर रहें।