IAS Success Story: दो बार IPS और फिर IAS अधिकारी बना है यह अफसर, जानिए कौन है इनकी सफलता की कहानी 

 

IAS Karthik Jeevani Success Story : UPSC की परीक्षा देश की सबसे टफ परीक्षाओं में से एक मानी जाती है। इसे पास करने का सपना तो हर कोई देख लेता है। लेकिन इसे पास करना कर किसी के बस की बात नहीं है। इसे पास करने के लिए दिन रात मेहनत करनी पड़ती है। 

बिना किसी कोचिंग के पास की परीक्षा 

इसके साथ ही लगभग सभी विषयों का ज्ञान होना भी जरूरी है। इसलिए इसे केवल चुनिंदा लोग ही पास कर पाते हैं। आज हम आपको ऐसे अफसर की कहानी बताने जा रहे हैं जो तीन बार इस कठिन परीक्षा को पास किया और आईएएस (IAS) अधिकारी बनने का अपना सपना पूरा किया।

तीन चरण में होती है परीक्षा 

यूपीएससी की परीक्षा तीन चरण में होती है प्रारंभिक, मेंस और फिर इंटरव्यू। इन तीन चुनौतियों को जो पार कर लेता है, समझो उसका करियर सफल। ऐसा ही कुछ कार्तिक जीवाणी ने कर दिखाया।

तीन बार इस कठिन परीक्षा को पास किया

कार्तिक जीवाणी, वो शख्स है जिन्होंने हार नहीं मानी। उन्होंने एक बार नहीं बल्कि तीन बार इस कठिन परीक्षा को पास किया और आईएएस (IAS) अधिकारी बनने का अपना सपना पूरा किया। गुजरात के सूरत के रहने वाले कार्तिक ने अपनी 12वीं की पढ़ाई साइंस स्ट्रीम से पूरी की। हर छात्र की तरह उन्होंने जेईई मेंस की परीक्षा दी और IIT Bombay में एडमिशन लिया।

2017 में परीक्षा पास करने के बाद 2019 में  फिर पास की परीक्षा 

पहले अटेम्प्ट में फेल होने के बाद कार्तिक ने सिविल सेवा की परीक्षा की जमकर तैयारी की। कड़ी मेहनत के बाद कार्तिक ने वर्ष 2017 में पहली बार सिविल सेवा की परीक्षा को पास करने में सफलता पाई। उनका 94 रैंक आया था। आईपीएस सेवा में कार्यरत होने के बावजूद वह रूके नहीं बल्कि फिर से वह आगे की परीक्षा की तैयारी में जुट गए। वर्ष 2019 में उन्होंने एक बार फिर से परीक्षा पास की।

सपना पूरा करने के लिए की दिन रात पढ़ाई 

कार्तिक का आईएएस बनने का सपना था और इसे पूरा करने के लिए उन्होंने दिन-रात पढ़ाई की। इस दौरान उनकी आईपीएस पद की भी ट्रेनिंग चल रही थी। इस बीच उन्होंने 15 दिनों की छुट्टी ली और अपने घर आ गए, जहां उन्होंने 10-10 घंटों तक पढ़ाई की। वर्ष 2020 में कार्तिक फिर से परीक्षा में बैठे। कड़ी मेहनत और लगन के कारण उन्होंने ये परीक्षा भी पास की। 8 रैंक के साथ ही उनका आईएएस बनने का सपना पूरा हुआ।