IAS Chandrajyoti Singh Success Story: पहले एक स्ट्रैटेजी बनाई फिर पहले ही प्रयास में सफलता पाई, महज 22 साल की उम्र में बनी आईएएस, जानिए आखिर कौन है ये अफसर बिटिया
Chandrajyoti Singh IAS Success Story: संघ लोक सेवा आयोग की यूपीएससी सिविल सर्विस परीक्षा दुनिया की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक मानी जाती है। इस परीक्षा को पास करना आसान नहीं होता।
लेकिन पंजाब की चंद्रज्योति सिंह ने सही स्ट्रैटेजी बनाई और इस परीक्षा को अपने पहले ही प्रयास में पास कर लिया। वह आज के युवाओं के लिए एक मिसाल है जो यूपीएससी परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं।
आइये जानते हैं चंद्रज्योति सिंह के जीवन के बारें में
आईएएस चंद्रज्योति सिंह के माता-पिता सेना में हैं तो जाहिर सी बात है बच्चों में देशसेवा का जुनून बचपन से ही रहता है। उनके पिता Col.दलबरा सिंह रिटायर्ड आर्मी रेडियोलॉजिस्ट हैं और मां Lt. Col. मीना सिंह भी पहले सेना में थीं और अब होममेकर हैं।
आईएएस चंद्रज्योति सिंह ने कहा से ली अपनी शिक्षा
चंद्रज्योति सिंह ने 10वीं बोर्ड परीक्षा जालंधर के एपीजे स्कूल से दी थी। इसमें इनका CGPA 10 था। वही से उन्होंने 12वीं परीक्षा 95.4% अंकों के साथ चंडीगढ़ के भवन विद्यालय से पास की थी। 2018 में दिल्ली यूनिवर्सिटी के सेंट स्टीफंस कॉलेज से हिस्ट्री में ऑनर्स किया था। इसमें उनका CGPA 7.75 रहा था।
दिल्ली यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी कर लेने के बाद चंद्रज्योति सिंह ने 1 साल का ब्रेक लिया था। जून 2018 में उन्होंने यूपीएससी परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी थी। उन्होंने यूपीएससी परीक्षा का ऑप्शनल विषय इतिहास रखा था।
उन्होंने अपने लिए शॉर्ट टर्म और लॉन्ग टर्म गोल्स व स्टडी प्लान तैयार किए थे। उन्होंने ऐसी स्ट्रैटेजी बनाई कि साल 2019 में अपने पहले ही प्रयास में यूपीएससी परीक्षा पास कर ली।
महज 22 साल की उम्र में बन गई आईएएस अफसर
तैयारी के दौरान वह रोजाना 1-2 घंटे अखबार पढ़ती थीं और अपने नोट्स भी खुद बनाती थीं। उन्होंने कई मॉक टेस्ट दिए और हर हफ्ते रिवीजन पर खूब फोकस किया और महज 22 साल की उम्र में उन्होंने अपना सपना पूरा कर लिया आईएएस अफसर बन गयी।
वह पंजाब कैडर की आईएएस अफसर हैं और फिलहाल मोहाली में एस़डीएम के पद पर तैनात हैं।