15 की उम्र में हुई बेघर, 20 रुपये में किया रोज का गुजारा, अब करोड़ों की है मालकिन, जानिए चीनू काला के संघर्ष की कहानी
Chinu Kala: एक लोकप्रिय कहावत है कि 'हर बड़ा सपना एक सपने देखने वाले के साथ शुरू होता है' और यहां इस लेख में हम चीनू काला नाम की लड़की के बारे में बात करेंगे जिसने ऐसे ही सपने देखे थे जिन्हे आज पूरा किया है। जो एक प्रसिद्ध फैशन ज्वेलरी ब्रांड रुबंस एक्सेसरीज के निदेशक हैं।
चीनू कला की कहानी संघर्षों से भरी है और उन्होंने दुनिया को यह साबित कर दिया है कि कड़ी मेहनत से व्यक्ति जीवन में किसी भी विषम परिस्थिति से उबर सकता है।
महज 15 साल में छोड़ा घर
चीनू काला ने अपना घर तब छोड़ दिया जब वह महज 15 साल की थीं, उन्होंने यह कदम कुछ पारिवारिक मुद्दों के कारण उठाया था। जब चीनू काला ने अपने घर से बाहर निकलने का फैसला किया तो उनके पास सिर्फ 300 रुपये और कपड़ों का एक थैला था।
सेल्सगर्ल बनने से पहले वह दो दिन मुंबई के एक रेलवे स्टेशन पर सोती थीं और रोजाना सिर्फ 20 रुपये कमाती थीं। लेकिन चीनू काला ने हार नहीं मानी और अब 40 करोड़ रुपये टर्नओवर वाली कंपनी रुबंस एक्सेसरीज की मालिक हैं।
चीनू काला ने 2014 में बेंगलुरु के एक मॉल में एक छोटे से कियोस्क से रुबंस एक्सेसरीज लॉन्च की थी। चीनू कला ने द वीकेंड लीडर को बताया, "अब तक हम दस लाख सामान बेच चुके हैं।"
बेंगलुरु में 5,000 वर्ग फुट का घर
चीनू काला अपने पति और एक बेटी के साथ फीनिक्स मॉल के पास बेंगलुरु में 5,000 वर्ग फुट के घर में रहती हैं। उन्हें बीएमडब्ल्यू 5 सीरीज में घूमना पसंद है।
चीनू ने कहा, "मैं अभी भी हर दिन 15 घंटे या इससे भी अधिक काम करता हूं और चाहती हूं कि रूबंस भारत में फैशन ज्वैलरी बाजार में 25% (अनुमानित 21000 करोड़ रुपये) हिस्सेदारी हासिल करे।"
चीनू मुंबई के सेंट अलॉयसियस स्कूल में पढ़ रही थी, जब उसने अपना घर छोड़ दिया। वह उस वक्त 10वीं क्लास में थी। घर छोड़ने के बाद वह अपनी पढ़ाई पूरी नहीं कर पाई।
एक दिन में लगभग 20 रुपये कमा लेती थी
वह याद करती हुई कहती हैं “मैंने लोगों को बैग ले जाते और रेलवे स्टेशनों पर जाते देखा था। मुझे लगता है कि उन्हें वहां रहने के लिए जगह मिल सकती है। लेकिन तब मुझे एहसास हुआ कि कोई भी रेलवे स्टेशनों पर हमेशा के लिए नहीं रह सकता। मैं एक कोने में बैठी और बहुत रोई,”।
वह कहती हैं “मैं चाकू और कोस्टर सेट बेचने के लिए घर-घर गयी। मैं एक दिन में लगभग 20 रुपये कमा लेती थी,”। लोग मेरी बात सुने बिना मेरे चेहरे पर दरवाजे पटक देंगे। मैंने जो 100 कॉल कीं, उनमें से केवल दो या तीन की ही बिक्री हुई। यह सिर्फ एक हॉल था जहां हम सब एक साथ रहते थे। इसमें न तो वॉशरूम था और न ही किचन।"
मॉडलिंग में नहीं बनाना चाहती थी करियर
चीनू कहती हैं कि 2007 में उन्होंने ग्लैडरैग्स मिसेज इंडिया ब्यूटी पेजेंट में भाग लिया और शीर्ष 10 फाइनलिस्ट में से एक थीं। वह कहती है कि "मैंने मॉडलिंग के काम से अच्छा पैसा कमाया, लेकिन मुझे पता था कि यह मेरा करियर नहीं हो सकता,"। 2004 में, चीनू काला ने अमित से शादी की, जो अब रुबंस में निदेशक भी हैं।