आलिया भट्ट से लेकर करीना कपूर तक जमकर योग करवाती है ये कोच, खुद बताया इस 'सुपर' आसन का फायदा

 

करीना कपूर खान की योग कोच अंशुका परवानी ने इंस्टाग्राम पर खुद शीर्षासन या हैडस्टैंड का अभ्यास करते हुए एक वीडियो शेयर किया है। इतना ही नहीं, उन्होंने शीर्षासन करने के फायदों के बारे में भी बताया है।

योगा हैंडस्टेंड या सिरसासन को सभी आसनों का राजा कहा जाता है। अगर आप एक बिगनर हैं, तो वास्तव में यह आपको बहुत मुश्किल योग लग सकता है। इसे करने में अच्छे-अच्छों के पसीने निकलने लगते हैं। खासतौर से महिलाएं इस पोज को करने से डरती हैं। उन्हें चोट लगने का डर सताता है। हालांकि, बॉलीवुड एक्ट्रेस आलिया भट्ट और करीना कपूर की योग कोच अंशुका परवानी के अनुसार 'एक बार जब कोई व्यक्ति इसका अभ्यास करना शुरू कर देता है, तो यह पोज काफी सरल लगता है। लेकिन इसका अभ्यास हमेशा एक ट्रेनर की देखरेख में करना चाहिए'।

अगर आप पिछले कुछ समय से हैडस्टैंड कर रहे हैं और खुद को बेहतर बनाने के लिए और टिप्स चाहते हैं, तो अंशुका आपकी मदद कर सकती हैं। उन्होंने इंस्टाग्राम पर 'हाउ टू एस अ हैडस्टैंड ' टॉपिक से एक वीडियो पोस्ट किया है। इसमें फिटनेस कोच को स्टेप्स डिक्टेट करते हुए शीर्षासन का अभ्यास करते देखा जा सकता है। अंशुका ने लिखा है कि- ' शुरूआत में इस पोज को देखकर कोई भी घबरा सकता है, लेकिन जब आप इसका अभ्यास करने लगते हैं, तो यही सबसे आसान पोज लगता है' । वीडियो में अंशुका ने शीर्षासन करने के फायदों के बारे में भी बात की है।


योगासन में सबसे अच्छा आसन शीर्षासन को माना जाता है। इसे करने से आप अच्छे फिगर पाने के साथ कई तरह की बीमारियों से भी बचे रह सकते हैं। अंशुका ने अपनी पेास्ट में शीर्षासन करने के फायदों के बारे में भी बताया है। उन्होंने बताया कि यह पोज हैप्पी आर बैलेंस हार्मोन को बढ़ाते हैं ।इतना ही नहीं आपके दिमाग को शांत करने के साथ मांसपेशियों को भी मजबूत बनाने में मदद करती है। इस पोज को करने से कोर और फेफड़ों की क्षमता तो बढ़ती ही है साथ ही पाचन को भी बढ़ावा मिलता है।

​शीर्षासन कैसे करें

शीर्षासन करने के लिए सबसे पहले वज्रासन यानी डायमंड पोज में बैठ जाएं।

अब दाएं हाथ से बाएं कोहनी और बाएं हाथ से दाईं कोहनी को पकड़ें।
अपनी उंगलियों को इंटरलॉक करें और दोनों कोहनियों के बीच की जगह को कम करें।
अब धीरे-धीरे अपने पैरों को जमीन से ऊपर उठाएं और एकदम सीधे रखें।
इस दौरान ऊपर से नीचे तक पूरा शरीर सीधा होना चाहिए। शरीर का बैलेंस अच्छी तरह से बनाए रखें।
इस मुद्रा में आने के बाद 15-20 सैकंड तक गहरी सांस लें और कुछ देर तक इसी मुद्रा में बने रहें।
अब धीरे-धीरे सांस छोड़ें और पैरों को वापस नीचे जमीन पर ले जाएं।
इस आसन को तीन से चार बार दोहराना चाहिए।
अगर आपको खुद को संतुलित करने में परेशानी हो रही है, तो शुरूआत में आप दीवार का सहारा ले सकते हैं। जब आप एकदम पक्के हो जाएं, कि आपका संतुलन बना रह सकता है, तभी दोनों टांगों को ऊपर ले जाएं और दीवार से हटकर अभ्यास करें।