कलयुग के बीत चुके हैं 5124 वर्ष इतने साल बाद खत्म हो जाएगा ये युग, जब भगवान विष्णु लेंगे कल्कि अवतार

 
सनातन धर्म में 4 युगों के बारे में वर्णन है। इसमें पहला सत्य युग, दूसरा द्वापर युग, तीसरा त्रेता युग और चौथा कलयुग (Kalyug) है।

Lord Vishnu Kalki Avatar in Kalyug: सनातन धर्म में 4 युगों के बारे में वर्णन है। इसमें पहला सत्य युग, दूसरा द्वापर युग, तीसरा त्रेता युग और चौथा कलयुग (Kalyug) है। चौथा और अंतिम कलयुग अभी चल रहा है। कलयुग को चारों युगों में सबसे निकृष्ट माना जाता है। जैसा कि सदियों से बताया जा रहा है शास्त्रों में भी लिखा गया है कि इस युग में सत्य और धर्म की काफी हानि होगी और अनाचार चरम पर पहुंच जाएगा। इस दौर में मानवता की रक्षा के लिए भगवान विष्णु (Lord Vishnu) कल्कि अवतार (Kalki Avatar) लेकर फिर धरती पर आएंगे। आज आपको बताते हैं कि कलयुग के कितने साल बीत चुके हैं और इस युग का अंत कब होगा-

कलयुग खत्म होने में अभी इतने वर्ष बाकी

पुराणों पर नजर डालें तो पृथ्वी पर कलयुग (Kalyug) का इतिहास 4 लाख 32 हजार वर्षों के समय का होगा। कलयुग का आरंभ तब हुआ था, जब मंगल, बुध, गुरु, शुक्र और शनि ग्रह मेष राशि पर जीरो डिग्री पर आ गए थे। वहीं आधुनिक काल की गणना के अनुसार, यह समय वर्ष 3102 ईसा पूर्व का था। ईसा मसीह के जन्म के बाद 2022 साल और बीत चुके हैं। मतलब कलयुग शुरू हुए अब तक 5124 वर्ष बीत चुके है। यानी 4 लाख 32 हजार वर्षों में से 5124 वर्ष घटाएं तो 4,26,876 वर्ष अभी बाकी है। जिसका सीधा मतलब है कि कलयुग खत्म होने में अभी काफी लंबा समय बाकी है।

महर्षि वेदव्यास पहले ही कर चुके हैं भविष्यवाणी

दुनिया का सबसे बड़ा महाकाव्य महाभारत लिखने वाले महर्षि वेदव्‍यास ने हजारों साल पहले ही कलयुग (Kalyug) के बारे में भविष्‍यवाणी कर दी थी। महर्षि वेदव्यास की मानें तो, जैसे-जैसे कलयुग (Kalyug) आगे बढ़ेगा, पृथ्वी पर अनाचार और अत्याचारों में बढ़ोतरी होती चली जाएगी। राजा लोग शूद्र तुल्य होते चले जाएंगे और ब्राह्मणों में संस्कारों का नाश देखने को मिलेगा। राष्ट्र में अधीरता बढ़ेगी और वीरता-संपन्नता खत्म होती चली जाएगी। शिष्य अपने गुरुओं की नहीं सुनेंगी और विवाह को संस्कार नहीं माना जाएगा। लोग वेदों का पालन नहीं करेंगे। हत्या-लूट की घटनाएं बढ़ेंगी और वर्ण और आश्रम की पद्धतियां पूरी तरह खत्म हो जाएगी।

भगवान विष्णु लेंगे कल्कि अवतार

जब दुनिया में अत्याचार-अनाचार अपने चरम पर पहुंच जाएंगा और जनता अस्त-व्यस्त हो जाएगी तब मानवता की रक्षा के लिए भगवान विष्णु (Lord Vishnu) एक बार फिर पृथ्वी पर अवतरित होंगे। वे कलयुग (Kalyug) में कल्कि अवतार के रूप में सामने आएंगे और सफेद घोड़े पर सवार होकर असुरों का संहार करेंगे और दुनिया से भय-आतंक का नाश करेंगे। जिससे दुनिया में फिर से सतयुग की स्थापना होगी। लेकिन भगवान विष्णु के इस अवतार में अभी कई हजार वर्षों का समय बाकी है। बावजूद इसके लोगों में अभी से कल्कि अवतार (Kalki Avatar) की चर्चा, उनकी पूजा और आरती होती रहती है।