Paralympic 2024: हरियाणा के गांव कालबा की पुत्रवधू मोना अग्रवाल ने चमकाया देश का नाम, पैरा ओलंपिक में जीता ब्रॉन्ज मेडल

कहते हैं कि मेहनत करने वाले इंसान को एक दिन सफलता जरूर मिलती है।
 

Paralympic 2024: कहते हैं कि मेहनत करने वाले इंसान को एक दिन सफलता जरूर मिलती है। इस कहावत का सच्चा उदाहरण नांगल चौथरी क्षेत्र के गांव कालबा की मोना अग्रवाल है। मोना ने पैरा ओलंपिक में 10 मीटर शूटिंग स्पर्धा में ब्रॉन्ज मेडल जीतकर देश का नाम चमकाया है। 

 
मोना अग्रवाल, जो दो बच्चों की मां हैं, ने अपने कठिन परिश्रम और समर्पण के बल पर यह उपलब्धि हासिल की है। उनके 5 साल की बेटी और लगभग 3 साल का बेटा है। अपनी घरेलू जिम्मेदारियों के बावजूद मोना ने खेल के प्रति अपने जुनून को कभी कम नहीं होने दिया और अब देश को गौरवान्वित किया है।


मोना ने 10 मीटर शूटिंग स्पर्धा में ब्रॉन्ज मेडल जीतने के बाद अब 50 मीटर शूटिंग स्पर्धा में भी हिस्सा लेने की तैयारी कर रही हैं। देश को उनसे एक और मेडल की उम्मीद है। मोना की इस उपलब्धि ने न सिर्फ उनके परिवार बल्कि पूरे गांव और क्षेत्र को गर्व से भर दिया है।