Yamuna Expressway: देश के सबसे बड़े Express Way से जल्द जुड़ेगा ईस्टर्न एक्सप्रेस-वे, इन जगहों पर जाना आना होगा बेहद आसान

 
ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस वे (ईपीई) व यमुना एक्सप्रेस वे के जोड़ने के लिए इंटरचेंज का निर्माण जल्द शुरू होगा। यमुना प्राधिकरण ने इंटरचेंज से प्रभावित किसानों को 64.7 प्रतिशत अतिरिक्त मुआवजा राशि वितरण के लिए जिला प्रशासन को रकम भेज दी है। 288 किसानों को मुआवजा राशि का वितरण किया जाएगा।

इसके साथ ही इंटरचेंज का निर्माण करने वाली कंपनी के साथ यमुना प्राधिकरण का एमओयू भी इसी माह होने की संभावना है। इंटरचेंज बनने से नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट तक वाहन चालकों की आवाजाही आसान व कम समय में होगी। ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस वे को यमुना एक्सप्रेस वे से जोड़ने की योजना सालों से अटकी पड़ी है।

दोनों एक्सप्रेस वे को जोड़ने को जगनपुर गांव के नजदीक बनने वाले इंटरचेंज के निर्माण के लिए 2019 में कंपनी चयन के बावजूद काम शुरू नहीं हो सका। किसानों ने 64.7 प्रतिशत अतिरिक्त मुआवजा व ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस वे से प्रभावित किसानों को मिले 3500 रुपये प्रति वर्गमीटर के बराबर अंतर धनराशि की मांग को लेकर किसानों ने जमीन पर कब्जा देने से इंकार कर दिया।

कंपनी को 18 माह में 75.5करोड़ की लागत से निर्माण कार्य पूरा करना था, लेकिन अब किसानों से जमीन को लेकर सहमति बन चुकी है। यमुना प्राधिकरण ने किसानों को अतिरिक्त मुआवजा राशि बांटने के लिए 21 करोड़ 76 लाख 59 हजार 612 रुपये जिला प्रशासन के खाते में जमा करा दिए हैं। इसके अलावा 288 किसानों की सूची भी सौंप दी है, जिन्हें मुआवजा वितरण होना है। यमुना प्राधिकरण देव यश प्रोजेक्ट्स एंड इंफ्रास्ट्रक्चर प्रा. लि. के साथ निर्माण कार्य के लिए इसी माह एमओयू करेगा।

दिल्ली मुंबई एक्सप्रेस वे की नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से कनेक्टिविटी के लिए भी यमुना एक्सप्रेस वे पर दयानतपुर गांव के नजदीक इंटरचेंज बनाया जा रहा है। बल्लभगढ़ से यमुना एक्सप्रेस वे तक भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण द्वारा बनाई जा रही 31 किमी लंबी सड़क इस इंटरचेंज के जरिये सात सौ मीटर लंबी सड़क से जुड़ेगी। यह सड़क यमुना एक्सप्रेस वे की एयरपोर्ट से कनेक्टिविटी के लिए बनाई जा रही है