आखिर क्यों होता है जेसीबी का रंग पीला? वजह जानकर आप भी दंग रह जाएंगे

 
आपने अपने आसपास निर्माण स्थलों पर पीले रंग की मशीनों को खुदाई या तोड़फोड़ जैसे काम करते देखा होगा। इस मशीन को दोनों तरफ से ऑपरेट किया जा सकता है. इस बड़े आकार की मशीन का रंग पीला (JCB Color Orange) है. इस जंबो मशीन को जेसीबी कहा जाता है। खास बात यह है कि इस मशीन को आप जिधर से भी देखें, इसका रंग पीला ही नजर आता है। क्या आप इसका कारण जानते हैं? नहीं तो आइए जानते हैं कि जेसीबी का रंग पीला क्यों होता है और इससे जुड़े रोचक तथ्य क्या हैं?

जेसीबी मशीन का असली नाम क्या है?

सबसे पहले तो ये जान लीजिए कि जिस खुदाई मशीन को आप साधारण भाषा में जेसीबी कहते हैं, वो असल में इस मशीन का नहीं बल्कि उस कंपनी का नाम है. यह कंपनी लगभग 80 वर्षों से निर्माण स्थलों के लिए उपयोग की जाने वाली मशीनों का निर्माण कर रही है। इस खुदाई मशीन को बेकहो लोडर कहा जाता है। इसी तरह हर मशीन का एक अलग नाम होता है. कंपनी ने ऐसी मशीन का निर्माण 1945 में ही कर लिया था. इस कंपनी के मालिक और संस्थापक ब्रिटिश अरबपति जोसेफ सिरिल बैमफोर्ड थे।

जेसीबी मशीन का रंग पीला क्यों होता है?

जेसीबी ने पहला बैकहो लोडर 1953 में बनाया था। खास बात यह है कि उस समय यह नीले और लाल रंग में आता था। इसके बाद इसे अपग्रेड करके साल 1964 में बैकहो लोडर बनाया गया और इसे पीला रंग दिया गया. तब से लगातार मशीन को पीले रंग से रंगा जा रहा है। यहां तक कि अन्य कंपनियां भी निर्माण स्थलों पर इस्तेमाल होने वाली मशीनों का रंग पीला रखती हैं।

जेसीबी या क्रेन या निर्माण स्थलों पर इस्तेमाल होने वाली इन मशीनों का रंग पीला होने का एक कारण है। दरअसल, इस रंग के जरिए यानी जेसीबी द्वारा की गई खुदाई की लोकेशन आसानी से दिख जाती है। चाहे दिन हो या रात. आसान भाषा में समझें तो इन मशीनों का पीला रंग सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए ही किया गया था. फिर यह क्रम आगे भी जारी रहा.

जेसीबी मशीन कैसी है?
जेसीबी के नाम से मशहूर इस जंबो मशीन का नाम 'बैकहो लोडर' है। यह दोनों तरफ से काम करता है. इसे चलाने का तरीका भी काफी अलग है. इसे स्टीयरिंग की बजाय लीवर के जरिए नियंत्रित किया जाता है। इसमें एक तरफ के लिए स्टीयरिंग है, जबकि दूसरी तरफ के लिए क्रेन जैसे लीवर लगे हैं। मशीन के एक तरफ लोडर लगा हुआ है, जो बड़ा हिस्सा है। इससे कोई भी वस्तु उठायी जाती है, यदि कहीं बहुत अधिक मिट्टी पड़ी होगी तो उसका उपयोग किया जायेगा।