इन 3 राज्यों से जुड़ा है ये एक्सप्रेसवे, जयपुर से चंडीगढ़ का सफर महज 3 घंटे में पूरा होता है

 

313 किमी लंबे अंबाला-कोटपुतली ग्रीनफील्ड कॉरिडोर का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है। इस कॉरिडोर में वाहन सरपट दौड़ सकेंगे। माल के साथ-साथ कार और बसें भी पहले से कम समय में गंतव्य तक पहुंच सकेंगी।

भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण यानी एनएचएआई ने ट्वीट कर जानकारी दी है कि यह ग्रीनफील्ड कॉरिडोर राजस्थान, हरियाणा और पंजाब में तेज कनेक्टिविटी प्रदान करने और आर्थिक गतिविधियों को बढ़ाने में मदद कर रहा है। 6-लेन एक्सेस कंट्रोल अंबाला-कोटपुतली इकोनॉमिक कॉरिडोर के पूरा होने से दोनों शहरों के बीच की दूरी लगभग 50 किलोमीटर कम हो गई है।

कोटपुतली-अंबाला एक्सप्रेसवे के निर्माण से अब राजस्थान की राजधानी जयपुर से केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ तक 3 घंटे में पहुंचा जा सकता है। इसके अलावा लोगों को हिमाचल प्रदेश जाने में भी कम समय लगेगा. अंबाला-कोटपुतली कॉरिडोर के जरिए जयपुर और चंडीगढ़ के बीच की दूरी घटकर करीब 477 किलोमीटर रह गई है.

अंबाला-कोटपुतली कॉरिडोर लगभग 9,500 करोड़ रुपये की लागत से विकसित किया गया है। इस कॉरिडोर ने चंडीगढ़ और हरियाणा के दक्षिणी जिलों के साथ-साथ राजस्थान, गुजरात और महाराष्ट्र के बीच कनेक्टिविटी को आसान बना दिया है। यह कॉरिडोर एडवांस्ड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम (एटीएमएस) की सुविधा से लैस है।

यह आर्थिक गलियारा हरियाणा के 8 जिलों-कुरुक्षेत्र, कैथल, करनाल, जिंद, रोहतक, भिवानी, चरखी, दादरी और महेंद्रगढ़ के 112 गांवों से होकर गुजरता है। राजस्थान से आने वाली गाड़ियां अब कोटपूतली के पनियाला मोड़ से नारनौल के मंडी बाईपास से होकर अंबाला पहुंच सकेंगी।