Success Story: स्कॉलरशिप स्कैम का खुलासा करने पर माफियाओं ने मारी 7 गोलियां, जिंदगी की जंग जीत क्रैक किया UPSC, बन गए IAS अफसर

कहते हैं कि मेहनत करने वाला इंसान किसी भी चुनौती के सामने हार नहीं मानता। इस वाक्या को सच कर दिखाया है रिंकू सिंह राही ने। रिंकू की सफलता की कहानी किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं है। आइए जानते हैं रिंकू सिंह के बारे में...

 

 

कहते हैं कि मेहनत करने वाला इंसान किसी भी चुनौती के सामने हार नहीं मानता। इस वाक्या को सच कर दिखाया है रिंकू सिंह राही ने। रिंकू की सफलता की कहानी किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं है। आइए जानते हैं रिंकू सिंह के बारे में...

दरअसल, रिंकू राही वही शख्स हैं, जिन्होंने स्कॉलरशिप स्कैम का खुलासा किया था, जिस कारण उन पर माफियाओं द्वारा ताबड़तोड़ 7 गोलियां चलाई गई थी। हालांकि, इस घातक हमले के बावजूद रिंकू ने अपने जीवन की सांसें थमने नहीं दी और अपनी कड़ी मेहनत की बदौलत यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा 2021 क्रैक कर डाली।

83 करोड़ रुपये के स्कॉलरशिप स्कैम का किया खुलासा
रिंकू अपनी प्राथमिक पढ़ाई पूरी करने के बाद साल 2008 में यूपी में पीसीएस ऑफिसर बन गए थे, जिसके तहत उन्हें उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में समाज कल्याण अधिकारी के रूप में नियुक्त किया गया था।

इसी दौरान रिंकू की नजर प्रदेश में हो रहे 83 करोड़ रुपये के स्कॉलरशिप स्कैम पर पड़ी, जिसका उन्होंने समय रहते खुलासा कर दिया। हालांकि, प्रदेश के बाहुबलियों के खिलाफ जाकर जब उन्होंने इस घोटाले को उजागर किया, तो उन्हें इसका खामियाजा उठाना पड़ा। 

बदले की आग में माफियाओं ने मारी ताबड़तोड़ 7 गोलियां
माफियाओं द्वारा उन्हें ताबड़तोड़ 7 गोलियां मारी गई थीं। सात गोलियां लगने के बावजूद रिंकू ने हार नहीं मानी और वे जल्द ही अपने जीवन की जंग जीत कर दोबारा समाज की बुराइयों के खिलाफ खड़े हो गए। हालांकि, बता दें इन सात गोलियों में से तीन गोलियां उनके चेहरे पर जा लगी थी, जिस कारण उनकी एक आंख की रोशनी चली गई और साथ ही उन्हें एक कान से सुनाई देना भी बंद हो गया।

स्कॉलरशिप के जरिए हासिल की ग्रेजुएशन की डिग्री
रिंकू के घर की आर्थिक स्थिति के बेहद खराब होने के कारण उन्हें अपनी पढ़ाई सरकारी स्कूल से करनी पड़ी थी। रिंकू ने अपनी प्राथमिक शिक्षा, परिषदीय स्कूल से पूरी की और राजकीय इंटर कॉलेज से उन्होंने अपनी इंटर यानी 12वीं की पढ़ाई पूरी की।

रिंकू को इंटर में काफी अच्छे मार्क्स मिले थे, जिस कारण उन्हें स्कॉलरशिप ऑफर की गई थी। स्कॉलरशिप की मदद से ही उन्होंने टाटा इंस्टीट्यूट से बीटेक (B।Tech) की पढ़ाई पूरी की।

यूपीएससी परीक्षा पास कर बनें ऑफिसर
रिंकू साल 2019 में हापुड़ स्थित राजकीय आईएएस पीसीएस निःशुल्क कोचिंग सेंटर के डायरेक्टर के रूप में कार्यरत थे। डायरेक्टर के रूप में कार्य करते हुए उन्होंने यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी की और साल 2021 की सिविल सेवा परीक्षा पास भी कर डाली। उन्होंने ऑल इंडिया 683वीं रैंक हासिल की थी।