IAS ishita rathi Success Story: बिना कोचिंग किए इशिता राठी बनीं यूपीएससी टॉपर, ASI मां और हेड कॉन्स्टेबल पिता से मिली प्रेरणा

 

यूपीएससी जैसी परीक्षा को बिना कोचिंग के क्रैक करना कोई आसान बात नहीं है. इसमें शामिल होने वाले उम्मीदवारों को अक्सर मोटी-मोटी किताबों और बड़े कोचिंग सेंटर की मदद लेते देखा जाता है. बहुत कम ऐसे उम्मीदवार होते हैं जो बिना किसी कोचिंग की मदद से इतनी बड़ी परीक्षा को ना सिर्फ क्रैक करते हैं, बल्कि टॉपर बनकर युवाओं को प्रेरित करते हैं. ऐसा ही एक नाम है उत्तर प्रदेश के बागपत जिले की रहने वाली इशिता राठी (UPSC Topper Ishita Rathi) का.


इशिता राठी ने 2021 सिविल सेवा परीक्षा में 8वीं रैंक हासिल की. उत्तर प्रदेश के बागपत जिले की रहने वाली इशिता की शुरुआती पढ़ाई डीएवी पब्लिक स्कूल वसंत कुंज से हुई. इसके बाद उन्होंने लेडी श्रीराम कॉलेज से इकोनॉमिक्स ऑनर्स में ग्रेजुएशन किया और पोस्ट ग्रेजुएशन मद्रास स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स किया.


इशिता राठी ने 2021 सिविल सेवा परीक्षा में 8वीं रैंक हासिल की. उत्तर प्रदेश के बागपत जिले की रहने वाली इशिता की शुरुआती पढ़ाई डीएवी पब्लिक स्कूल वसंत कुंज से हुई. इसके बाद उन्होंने लेडी श्रीराम कॉलेज से इकोनॉमिक्स ऑनर्स में ग्रेजुएशन किया और पोस्ट ग्रेजुएशन मद्रास स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स किया.


इशिता बताती हैं कि उन्होंने यूपीएससी की तैयारी के लिए कभी कोई कोचिंग की सहायता नहीं ली. उन्होंने टॉप 10 में जगह बनाई है. उन्हें यह सफलता तीसरे प्रयास में हासिल हुई. इशिता अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता को देती हैं.


इशिता बताती हैं कि उन्होंने यूपीएससी की तैयारी के लिए कभी कोई कोचिंग की सहायता नहीं ली. उन्होंने टॉप 10 में जगह बनाई है. उन्हें यह सफलता तीसरे प्रयास में हासिल हुई. इशिता अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता को देती हैं.

इशिता के पिता दिल्ली पुलिस में हेड कॉन्स्टेबल हैं. उनकी मां मीनाक्षी राठी एएसआई के पद पर तैनात हैं. इशिता बताती है कि उन्हें यूपीएससी करने की प्रेरणा उनके माता-पिता से मिली है.उन्होंने कहा कि उनके पैरेंट्स ने पढ़ाई में उनका साथ दिया.

इशिता के पिता दिल्ली पुलिस में हेड कॉन्स्टेबल हैं. उनकी मां मीनाक्षी राठी एएसआई के पद पर तैनात हैं. इशिता बताती है कि उन्हें यूपीएससी करने की प्रेरणा उनके माता-पिता से मिली है.उन्होंने कहा कि उनके पैरेंट्स ने पढ़ाई में उनका साथ दिया.

इशिता ने सिविल सर्विसेज की तैयारी की शुरुआत पिछले वर्ष के टॉपर्स के स्ट्रैटेजी को सुनकर किया.अपनी तैयारी के बारे में जानकारी देते हुए वह कहती हैं, सिलेबस को देखने के बाद मैंने महसूस किया कि इन विषयों को अपने आप कवर किया जा सकता है. वहीं, बहुत सारी स्टडी मैटेरियल इंटरनेट पर उपलब्ध है.

इशिता ने सिविल सर्विसेज की तैयारी की शुरुआत पिछले वर्ष के टॉपर्स के स्ट्रैटेजी को सुनकर किया.अपनी तैयारी के बारे में जानकारी देते हुए वह कहती हैं, सिलेबस को देखने के बाद मैंने महसूस किया कि इन विषयों को अपने आप कवर किया जा सकता है. वहीं, बहुत सारी स्टडी मैटेरियल इंटरनेट पर उपलब्ध है.