IAS Mudra Gairola: पिता के सपने को पूरा करने के लिए बनीं IAS अफसर, डॉक्टरी छोड़ की UPSC की तैयारी 

 

यूपीएससी को देश की सबसे कठिन परीक्षा में से एक माना जाता है। इस परीक्षा पास करने के लिए बहुत मेहनत करनी पड़ती है। आज हम आपको ऐसी अफसर के बारे में बताने जा रहे हैं जिसने अपने पिता का 50 साल पूराना सपना पूरा कर दिया है। इस आईएएस अफसरक का नाम मुद्रा गैरोला। 

पिता के 50 साल पुराने सपने को पूरा करने के लिए चुना UPSC
IAS मुद्रा गैरोली की कहानी लाखों युवाओं के लिए मिसाल है। उन्होंने अपने पिता के 50 साल पुराने सपने को पूरा किया। उत्तराखंड के चमोली जिले के कर्णप्रयाग कस्बे की रहने वाली मुद्रा ने अपने पिता के अधूरे ख्वाब को साकार करने के लिए अपने मेडिकल करियर को छोड़कर यूपीएससी की तैयारी शुरु कर दी।

UPSC के लिए बीच में छोड़ी डॉक्टरी
आईएस मुद्रा बचपन से ही पढ़ाई में अच्छी थी। उन्होंने 10वीं और 12वीं में अच्छे अंक प्राप्त किए। मुंबई के एक मेडिकल कॉलेज से बैचलर ऑफ डेटल सर्जरी की डिग्री हासिल करने के बाद उन्होंने दिल्ली में मास्टर ऑफ डेंटल सर्जर की पढ़ाई शुरु की।

अपने पिता का सपना पूरा करने के लिए उन्होंने MDS की पढ़ाई बीच में ही छोड़ दी और यूपीएससी की तैयारी में जुट गईं।


पहले IPS फिर बनीं IAS
मुद्रा ने 2018 में पहली बार UPSC की परीक्षा दी लेकिन इसमें इंटरव्यू राउंड तक पहुंचने के बावजूद उन्हें सफलता नहीं मिली। इसके बाद 2019 और 2020 में भी उन्हें असफलता का सामना करना पड़ा।

उन्होंने लगातार 3 असफलताओं के बावजूद हौंसला नहीं टूटा और अपने चौथे प्रयास में 165वीं रैंक हासिल कर IPS अधिकारी बनीं।  हालांकि, अपने पिता का सपना पूरा करने के लिए उन्होंने 2022 में फिर से परीक्षा दी और इस बार 53वीं रैंक के साथ IAS अफसर बनीं।