हरियाणा के फतेहाबाद में बारिश ने बढ़ाई किसानों की चिंता, नरमा के खेतों में बाढ़ जैसे हालात
 

फतेहाबाद के भट्टू व रतिया-भूना के कई क्षेत्रों में रात से सुबह तक खूब बारिश हुई। फतेहाबाद और भट्टू क्षेत्र के कपास किसानों की चिंता बढ़ने लगी है। रात भर रुक-रुक कर हुई बारिश से कपास के खेत पानी से भर गए।
 

हरियाणा के फतेहाबाद जिले में जमकर बारिश हो रही है। बारिश के साथ ही जिले से होकर गुजरने वाली घग्घर नदी में एक बार फिर से पानी बहना शुरु हो गया है।

शिवालिक रेंज में हो रही बरसात से पानी नदी में आ रहा है। जाखल क्षेत्र से गुजरने वाली नदी में ताजा पानी आने से किसानों के चेहरे खिल उठे हैं। धान उत्पादक किसानों को इसका पूरा फायदा हो रहा है।

फतेहाबाद के भट्टू व रतिया-भूना के कई क्षेत्रों में रात से सुबह तक खूब बारिश हुई। फतेहाबाद और भट्टू क्षेत्र के कपास किसानों की चिंता बढ़ने लगी है। रात भर रुक-रुक कर हुई बारिश से कपास के खेत पानी से भर गए। खेतों में बारिश के बाद बाढ़ सी आ गई है। नरमें के पौधे पानी में डूबे दिखे।
 उधर घग्घर क्षेत्र के किसानों का कहना है कि घग्घर में बहकर आने वाला पानी जमीनों और फसलों के लिए बेहद फायदेमंद रहता है

 क्योंकि इसमें आने वाली नई मिट्टी से जमीन में नई जान आ जाती है, दूसरा बिना बरसात के इस पानी में बहने वाले फैक्ट्रियों के जहरीले पानी से आसपास का भूजल भी खराब हो जाता है, जिससे जनजीवन के साथ-साथ फसलें भी प्रभावित रहती हैं।

अब बरसात का पानी आने से यह जहरीला काला पानी आगे निकल गया। यदि नियंत्रित तरीके से घग्घर में यह पानी बहता रहे तो धान उत्पादक किसानों के लिए पूरे सीजन पानी की कमी दूर हो जाएगी, क्योंकि किसान घग्घर से पानी खींचकर लगातार खेतों में सिंचाई करते हैं।

घग्घर में कितना है पानी
घग्घर के चांदपुरा क्षेत्र में 600 क्यूसेक पानी बह रहा है। जबकि गेज लेवल 0.6 है। घग्घर का सहायक रंगोई नाला अभी सूखा है। जब घग्घर में कुछ हद तक पानी पहुंचेगा तो अतिरिक्त पानी रंगोई नाले में आना शुरू होगा।

सरहिंद चोय डे्रन में 1197 क्यूसेक पानी बह रहा है जबकि गेज लेवल 3.8 है। बरेटा ड्रेन में 50 क्यूसिक पानी पहुंचा है, जबकि टोडरपुर डे्रन सूखी पड़ी है।