हरियाणा में BJP को नहीं 75 पार फार्मूले पर विश्वास, केंद्रीय मंत्री अमित शाह के इस लक्ष्य पर काम करेंगे पार्टी के नेता

हरियाणा में विधानसभा चुनाव को लेकर इस बार बीजेपी 75 पार वाले फार्मूले पर विश्वास नहीं करेगी। 
 

हरियाणा में विधानसभा चुनाव को लेकर इस बार बीजेपी 75 पार वाले फार्मूले पर विश्वास नहीं करेगी। इसलिए भाजपा हाईकमान ने हरियाणा की 90 सीटें में से दो तिहाई 60 सीटें जीतने का लक्ष्य रखा है। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को पंचकूला में हुई बीजेपी की विस्तृत राज्य कार्यकारिणी की मीटिंग में प्रदेश भाजपा को यह लक्ष्य दिया गया है।

दरअसल, बीजेपी दो बार पार वाले फार्मूले को अपना चुकी है। लेकिन दोनों ही बार बीजेपी लक्ष्य के नजदीक भी नहीं पहुंच पाई। 2019 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 75 पार का नारा दिया ता लेकिन सिर्फ 40 सीटें ही जीत पाई।

 हालांकि जजेपी के साथ गठबंधन कर सरकार बनाने में कामयाब रही। इस बार लोकसभा चुनावों में बीजेपी ने 400 पार का नारा दिया लेकिन इस लक्ष्य के आस-पास भी भाजपा नहीं पहुंच पाई।

लोकसभा चुनावों में भाजपा ने हरियाणा में दसों सीटें जीतने का दावा किया था, लेकिन भाजपा पांच सीटें ही जीत पाई। लोकसभा चुनावों में हरियाणा की 90 विधानसभा सीटों में से भाजपा को 44 सीटों पर जीत मिली है

 जबकि कांग्रेस को 46 सीटों पर जीत मिली है। इसलिए भाजपा ने आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर अपनी रणनीति बदली है।


भाजपा ने प्रदेश की 60 सीटों को अकेले अपने दम पर जीतने का लक्ष्य निर्धारित किया है। ये सीटें जीतने के लिए कार्यकर्ताओं को पार्टी की उपलब्धियां बताने और कांग्रेस पर हमला बोलने के लिए टिप्स दिए गए हैं। हरियाणा में तीसरी बार भाजपा की सरकार बनाने का नारा भी दिया गया, इसका प्रचार कार्यकर्ता घर घर जाकर करेंगे।

टिकट नहीं मांगेंगे पर नहीं उठे हाथ
दो सत्रों में हुई भाजपा की बैठक में नेताओं और कार्यकर्ताओं को निष्ठा और अनुशासन का पाठ भी पढ़ाया गया। सह प्रभारी बिपल्ब देब ने कार्यकर्ताओं से सीधा संवाद करते हुए कहा कि हाथ उठाकर बताओ कि तीसरी बार हरियाणा में भाजपा की सरकार बनानी है या नहीं। इस पर सभी कार्यकर्ताओं ने दोनों हाथ उठाकर हामी भरी।

वहीं, इसके बाद देब ने कहा कि ये भी हाथ उठाकर कहो कि हम टिकट नहीं मांगेंगे और जिसको टिकट पार्टी देगी, वह मंजूर होगा। इस पर मात्र कुछ ही कार्यकर्ताओं ने हाथ उठाए। देब ने समझाया कि पार्टी ही सबकुछ है और ये देखें कि जब वह पार्टी में आए थे तो क्या थे और जो रुतबा मिला है वो पार्टी के चलते ही मिला है। इसलिए आपस में मनमुटाव नहीं रखना है और कोई नाराजगी नहीं करनी है।

ये होंगे भाजपा के हथियार
हरियाणा कांग्रेस के बारे में बाप-बेटे की पार्टी का नारा
कांग्रेस के पास संगठन नहीं, भाजपा के पास फौज
पर्ची-खर्ची और मेरिट पर दी गई नौकरियां


केंद्र में मोदी की सरकार, डबल इंजन से होगा विकास
क्षेत्रवाद, जातिवाद और भ्रष्टाचार को बनाया जाएगा मुद्दा
एंटी इंकमबैंसी को मोदी सरकार के चलते समर्थन में बदलने की रणनीति
घर-घर जाकर ये प्रचार करना कि तीसरी बार भाजपा की सरकार बन रही है