हरियाणा के विनोद हत्याकांड में प्रेमी और पत्नी का बड़ा खुलासा, ससुर को ठिकाने लगाने की थी योजना

हरियाणा के पानीपत में कंप्यूटर संचालक और काराबोरी विनोद भराड़ा हत्याकांड में एक और बड़ा चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। इस हत्याकांड में उनके पिता को भी अपनी जान से खतरा मंडराने लगा था। 

 

हरियाणा के पानीपत में कंप्यूटर संचालक और काराबोरी विनोद भराड़ा हत्याकांड में एक और बड़ा चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। इस हत्याकांड में उनके पिता को भी अपनी जान से खतरा मंडराने लगा था। 

दरअसल विनोद ने हत्याकांड से पहले ही अपने पिता और आस्ट्रेलिया में रह रहे भाई प्रमोद को निधि की पूरी सच्चाई बता दी थी। इसके बाद पत्नी निधि ने प्रेमी के साथ मिलकर विनोद को मौत के घाट उतार दिया। 

विनोद भराड़ा के पानीपत में रहने वाले स्वजन ने बताया कि हत्या के पहले सप्ताह में ही उन्होंने मामले में सवाल खड़ा कर दिया था कि देव सुनार झूठ बोल रहा है, इस हत्याकांड में अन्य आरोपित भी शामिल हैं। उन्होंने अवैध संबंध के बारे में भी उस समय जिक्र किया था, लेकिन तब उनकी कोई सुनवाई नहीं की गई।

हत्या के बाद पुलिस ने आरोपित देव सुनार को मौके पर पकड़ लिया था, लेकिन उससे गहनता से पूछताछ नहीं की गई। सड़क हादसे में समझौता न करने पर हत्या करने की वजह को ही सच मान लिया गया। एसपी अजीत सिंह शेखावत इस मामले में लापरवाही बतरने वाले पुलिसकर्मियों की भूमिका की भी जांच करा रहे हैं।

सीआइए-3 इस मामले की गहनता से जांच कर रही है। विनोद की मौत के बाद उसकी बीमा पालिसी को निधि और सुमित ने मेच्योर करा लिया था। उन रुपयों से निधि ने सुमित को थार गाड़ी गिफ्ट की थी। पुलिस अब विनोद की अन्य पालिसी की जांच में जुटी है। 

विनोद की कितनी पालिसी थी और कितनी पालिसी मेच्योर हुई? मेच्योर होने वाली पालिसी का पैसा कहां है? इन सब एंगल पर पुलिस जांच को आगे बढ़ा रही है। जांच में सामने आया कि निधि हत्यारोपित देव सुनार के बच्चों की फीस भी भर रही थी और टक्कर मारकर विनोद का एक्सीडेंट करने वाली पिकअप की किस्त भी वही जमा करा रही थी।

भाई के बाद दोस्त से अफेयर के बारे में सुना था वह लंबे समय से पूरे परिवार से कटी हुई थी और बहुत सी बातें जुड़ नहीं पाती थीं। पति के मारे जाने पर एक सामान्य पत्नी का व्यवहार ऐसा नहीं होता। दोस्तों से सुमित के साथ उसके अफेयर के बारे में सुना था। इसके बाद पिता को आस्ट्रेलिया लाना पड़ा, क्योंकि मुझे लगा कि उनकी जान को भी खतरा हो सकता है।