हरियाणा की बेटी साक्षी नरवाल ने रचा इतिहास, संयुक्त रक्षा सेवा परीक्षा में हासिल की प्रथम रैंक, पढ़ें सक्सेस स्टोरी

हरियाणा के रोहतक की बेटी साक्षी नरवाल ने इतिहास रच दिया है। साक्षी ने संयुक्त रक्षा सेवा परीक्षा(CDSE) में प्रथम रैंक हासिल किया है।
 

हरियाणा के रोहतक की बेटी साक्षी नरवाल ने इतिहास रच दिया है। साक्षी ने संयुक्त रक्षा सेवा परीक्षा(CDSE) में प्रथम रैंक हासिल किया है। साक्षी की सफलता से प्रदेश के लाखों युवा प्रेरित होंगे। साक्षी ने सफलता प्राप्त कर साबित कर दिया है की कड़ी मेहनत और दृढ़ निश्चय से किसी भी लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है। 


साक्षी नरवाल वर्तमान में मोहाली स्थित सेना विधि संस्थान में अंतिम वर्ष की छात्रा है। संघ लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित लिखित परीक्षा के बाद सर्विस सिलेक्शन बोर्ड द्वारा 5 दिवसीय कठोर चयन प्रक्रिया के तहत उम्मीदवारों का चयन किया जाता है।

चयनित उम्मीदवार चेन्नई में आगामी अक्टूबर माह में ऑफिसर ट्रेनिंग
अकादमी में 49 सप्ताह का सेना प्रशिक्षण लेंगे तथा सफलतापूर्वक प्रशिक्षण पूर्ण करने पर साक्षी नरवाल को भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट के पद पर नियुक्ति मिलेगी। साक्षी नरवाल ने न केवल अपना बल्कि अपने माता-पिता का सपना भी पूरा किया है। साक्षी नरवाल अपने परिवार में भारतीय सशस्त्र सेना में सेवा देने वाले परिवार की तीसरी पीढ़ी की ऑफिसर होगी।

 

उनके पिता एक प्रतिष्ठित विद्यालय में निदेशक तथा उनकी माता सीमा नरवाल स्टूडेंट काउंसलर के तौर पर सेवाएं दे रही है। साक्षी ने अपनी  शिक्षा के दौरान 11 विद्यालयों में  शिक्षा ग्रहण की तथा विभिन्न खेलों में भाग लिया है।

जेयूआईटी के छात्र ने इंडियाना यूनिवर्सिटी में सूचना विज्ञान में डॉक्टरेट कार्यक्रम में लिया प्रवेश 


जैव प्रौद्योगिकी और जैव सूचना विज्ञान विभाग जेयूआईटी से जैव सूचना विज्ञान कार्यक्रम में बीटैक की 2024 पासआऊट छात्रा विनम्रता शर्मा को स्कूल ऑफ इंफॉर्मेटिक्स कंप्यूटिंग और इंजीनियरिंग में सूचना विज्ञान में प्रतिष्ठित डॉक्टरेट कार्यक्रम में प्रवेश दिया गया है। 

शैक्षणिक वर्ष 2024 के लिए इंडियाना यूनिवर्सिटी (आईयू) यूएसए, इंडियाना यूनिवर्सिटी का स्कूल ऑफ इंफॉर्मेटिक्स, कंप्यूटिंग और इंजीनियरिंग अपने विश्व स्तरीय संकाय और उच्च रैंक वाले शैक्षणिक कार्यक्रमों के लिए प्रसिद्ध है, जो इसे क्षेत्र में इच्छुक विद्वानों के लिए शीर्ष विकल्पों में से एक बनाता है। शर्मा जिन्होंने अपने क्षेत्र में असाधारण वादा और समर्पण दिखाया है, एक जीवंत शैक्षणिक समुदाय में शामिल होंगी जो अपने अत्याधुनिक अनुसंधान और जटिल समस्याओं को हल करने के लिए अभिनव दृष्टिकोण के लिए जाना जाता है। 

विश्वविद्यालय का सहायक वातावरण और इसकी अत्याधुनिक सुविधाएं निस्संदेह उसके अध्ययन और अनुसंधान प्रयासों के लिए एकदम सही पृष्ठभूमि प्रदान करेंगी। जेयूआईटी के माननीय कुलपति प्रो. आर. के. शर्मा ने विनम्रता और उनके परिवार को इस उत्कृष्ट उपलब्धि के लिए बधाई भी दी। विभागाध्यक्ष प्रो. सुधीर स्याल ने भी विनम्रता और उनके माता-पिता को शुभकामनाएं भेजीं।